हैदराबाद:
एआईएमआईएम के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सुल्तानपुर हिंसा के बाद कथित तौर से यूपी पुलिस के अधिकारी द्वारा मुसलमानों के खिलाफ की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है. ओवैसी ने एक वीडियो जारी करते हुए आदित्यनाथ से पूछा है कि वो उस पुलिस अधिकारी के खिलाफ कब एक्शन लेंगे जो कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर रहा है।

अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर करते हुए ओवैसी ने कहा, “सुल्तानपुर हिंसा के बाद ‘मुसलमानों को चुन चुनकर क़त्ल’ करने की बात करने वाले पुलिस अफसर पर क्या योगी आदित्यनाथ की सरकार कोई कार्रवाई करेगी? और कब करेगी?” वीडियो में ओवैसी ने कहा कि ये लोग जान लें कि दुनिया गूंगी और बहरी नहीं है। एक शख्स है, जो उनके जुल्म की दास्तां को देश और दुनिया के सामने रखता आया है और रखता रहेगा। हम गलत को गलत कहते रहेंगे और पुलिस का काम यह नहीं है कि वो किसी एक समुदाय की तारीफ करे और दूसरे समुदाय को निशाना बनाये। पुलिस का इंसाफ करने का है। अगर मुसलमान गलत करता है तो वह उसके खिलाफ केस दर्ज करे और अगर कोई गैर मुस्लिम गैर कानूनी काम करता है तो उसके खिलाफ केस दर्ज करे।

एआईएमआईएम चीफ अपने वीडियो में 10 अक्टूबर के किसी आपत्तिजनक वीडियो का जिक्र करते हुए कह रहे हैं कि सुल्तानपुर में एक पुलिस अफसर मुसलमानों को सबक सिखाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मसला यह था कि कुछ लोग मस्जिद के सामने जलूस निकालकर बाजा बजा रहे थे। कुछ लोगों ने मस्जिद की बेहूरमती की गई। उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर पुलिस को उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए था तो उसने उल्टा मुसलमानों के खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया है। उसके बाद ओवैसी उस कथित वीडियो को अपनी जनसभा में प्ले करते हैं और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि उस पुलिस अधिकारी के खिलाफ एक्शन लें ताकि यूपी में रहने वाले अल्पसंख्यकों के मन में सरकार की इकबाल बना रहे न कि सरकार का खौफ कायम हो।