विवादित लेखक सलमान रुश्दी पर अमेरिका हुए हमले के बाद बांग्लादेश से निर्वासित लेखिका तसलीमा नसरीन को काफी चिंता सताने लगी है. रुश्दी पर हुए जानलेवा हमले पर नसरीन ने कहा है कि अगर पश्चिम में ऐसा सलमान रुश्दी के साथ हो सकता है तो जो भी इस्लाम का आलोचक है तो उस पर हमला हो सकता है. 1994 में बांग्लादेश से भागीं नसरीन ने ट्वीट कर इस हमले पर चिंता जाहिर की.

उन्होंने लिखा कि मुझे अभी पता चला कि न्यूयॉर्क में सलमान रुश्दी पर हमला हुआ है. मैं बहुत हैरान हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा. वो पश्चिम में रह रहे हैं और उन्हें 1989 से संरक्षित किया गया है. अगर उन पर हमला होता है, तो इस्लाम की आलोचना करने वाले किसी भी व्यक्ति पर हमला किया जा सकता है. मैं चिंतित हूं.

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि लोग कह रहे हैं कि टिप्पणी करने से पहले देखते हैं कि रुश्दी पर हमले के पीछे क्या मकसद था. क्या ये अनुमान लगाना बहुत कठिन है कि एक इस्लामवादी ने उन्हें मारने की कोशिश की क्योंकि वह इस्लामवादियों के निशाने पर थे? वे क्या कहेंगे यदि यह पता चले कि हमलावर एक इस्लामवादी था? अरे नहीं, वह सच्चा मुसलमान नहीं है?

एक अन्य ट्वीट में नसरीन ने कहा कि सच ये है कि ‘सच्चे मुस्लिम’ धार्मिक रूप से अपने पवित्र ग्रंथ का पालन करते हैं और वे इस्लाम के आलोचकों पर हमला करते हैं. नकली मुसलमान मानवता में विश्वास करते हैं और वे हिंसा के खिलाफ हैं. हम चाहते हैं कि नकली मुसलमान बढ़ें. दरअसल विवादित लेखिका तस्लीमा नसरीन की चिंता यह है कि अगला निशाना उन्हें न बनाया जाय.