स्पोर्ट्स डेस्क
टेस्ट श्रंखला में पाकिस्तान का सूपड़ा साफ़ करने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स का कहना है कि हम सभी जानते हैं कि यह एक ख़ास उपलब्धि है और पूरी टीम को गर्व है।

बेन स्टोक्स ने कराची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए कहा कि उन्होंने यहां उपमहाद्वीप में खेलने की रणनीति के बारे में सीखा, इस श्रृंखला में उन्होंने जो रणनीति अपनाई उससे उन्हें फायदा हुआ. उन्होंने कहा कि कराची टेस्ट में टॉस हारकर गेंदबाजी करना चुनौती थी, उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में टॉस की भूमिका काफी अहम होती है.

इंग्लिश कप्तान का कहना है कि यहां चौथी पारी में बल्लेबाजी करने का अनुभव अच्छा रहा, टीम के हर सदस्य ने इस जीत में अपनी भूमिका निभाई है, रेहान अहमद पदार्पण पर उम्मीदों के दबाव से मुक्त थे.

बेन स्टोक्स का कहना है कि पहले टेस्ट में फ्लैट विकेट था इसलिए उन्होंने अपने साथियों से कहा कि फ्लैट विकेट का मजा लो, सिर्फ चौके छक्के ही जरूरी नहीं, टेस्ट क्रिकेट में मनोरंजन भी जरूरी है.

वहीँ इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने कहा कि मुझे लगता है कि पाकिस्तान ने भी सीरीज में अच्छी क्रिकेट खेली, तीन मैचों में कुछ पल ऐसे भी रहे जो दोनों टीमों के बीच रहे. मैकुलम का कहना है कि अगर सीरीज में हमारा पलड़ा भारी रहा तो पाकिस्तान को भी मौका मिला, मुझे लगता है कि यह काफी अच्छी सीरीज थी जिसका फैन्स ने लुत्फ उठाया। मैकुलम का कहना है कि मुझे नहीं लगता कि विकेटों की वजह से सीरीज खराब हुई, मैं पाकिस्तान के मैदानों की तारीफ करूंगा, हर मैदान पर अलग विकेट मिला.

उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में आपको हर जगह अलग-अलग विकेट मिलते हैं, रावलपिंडी की विकेट सपाट थी जिस पर हमें कड़ी मेहनत करनी थी, सपाट विकेट पर तेजी से खेलना था ताकि हमें प्रतिद्वंद्वी को आउट करने का समय मिले, कराची का विकेट उपमहाद्वीप का था. इंग्लिश कोच ने कहा कि मुझे लगता है कि कभी-कभी रणनीति बदलना अच्छा होता है, मैं नहीं चाहता कि हार का डर खिलाड़ियों की क्षमता को पंगु बना दे, अगर खिलाड़ियों को दबाव से मुक्त कर दिया जाए तो उनका प्रदर्शन बेहतर होता है।