नई दिल्लीः वेस्टइंडीज टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ चट्टोग्राम में इतिहास रच दिया है। बांग्लादेश ने विंडीज को जीत के लिए चौथी पारी में 395 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया था जिसको कैरेबियाई टीम ने 7 विकेट खोकर हासिल कर लिया।

वेस्टइंडीज की जीत के हीरो रहे काइल मेयर्स जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाकर कमाल कर दिया है। उन्होंने 310 गेंदों पर 210 रनों की पारी खेली और अंत तक नाबाद रहे। उनको मैन ऑफ द मैच दिया गया है।

टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में सबसे बड़ा चेज वेस्टइंडीज के ही नाम है जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2003 में 418 रन चेज किए थे।

बांग्लादेश ने पहले बैटिंग करते हुए 430 रनों का स्कोर खड़ा किया था जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में केवल 259 रनों पर ही सिमट गई थी। मेयर्स ने हालांकि पहली पारी में भी 65 गेंदों पर 40 रन बनाकर योगदान दिया था।

बड़ी बढ़त पाने के बाद बांग्लादेश का हौसला बुलंद हो गया और उसने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट पर 223 रन बनाकर घोषित कर दी। इस दौरान कप्तान मोमिनुल ने 115 रनों की पारी खेली। अब मैराथन लक्ष्य 395 रनों का था।

बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी विंडीज के दोनों ओपनर्स 48 रनों पर ही ढेर हो गए थे फिर तीसरा विकेट भी 59 के स्कोर पर गिर गया। यहां से मेयर्स और बॉनर के बीच साझेदारी बननी शुरू हुई और दोनों ने दोहरी शतकीय पार्टनरशिप को अंजाम दिया। 274 रनों के स्कोर पर बॉनर 86 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने 245 गेंदों का सामना किया और वही काम किया जो भारत के लिए पुजारा करते हैं।

उनके आउट होने के बाद बैटिंग की कमान मेयर्स ने पूरी तरह अपने हाथ में ले ली क्योंकि अगला विकेट ब्लैकवुड के रूप में जल्द ही गिर गया था। लेकिन इसके बाद जोशुआ डा सिल्वा के साथ मेयर्स ने 100 रनों की साझेदारी जोड़ दी जिसमें सिल्वा का योगदान केवल 20 रनों का था। अंत में केमार रोच ने जीरो रन बनाकर विकेट गंवाया लेकिन तब तक स्कोर बराबर हो चुका था और बाद में मेयर्स ने कोई गलती नहीं की।

डेब्यू करने वाले काइल मेयर्स ने भी रिकॉर्ड बना दिया है। वे ऐसे पहले खिलाड़ी बन गए हैं जिसने डेब्यू करने के दौरान चौथी पारी में टेस्ट दोहरा शतक लगाया। ऐसा 144 साल की टेस्ट हिस्ट्री में पहली दफा हुआ है। उनकी पारी को टेस्ट इतिहास की महानतम में एक के तौर पर गिना जा रहा है।