टीम इंस्टेंटखबर
योगी -2 सरकार में मुस्लिम चेहरे के रूप में शामिल किये अल्पसंख्यक कल्याण और हज मामलों के राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अन्सारी का ताल्लुक़ बुनकर समाज से है. इस मामले में बुनकरों और दस्तकारों की एक लम्बे समय से आवाज़ उठाने वाले मोमिन अंसार सभा के महामंत्री मोहम्मद इकराम अंसारी का कहना है कि दानिश आज़ाद अंसारी के मंत्री बनने से बुनकर और दस्तकार समाज का कोई भला होने वाला नहीं।

इकराम अंसारी के मुताबिक डेनिश आज़ाद ने अन्सारी, पसमांदा या मुसलमानों के लिए कभी संगठित होकर सामाजिक कार्यों में हिस्सा नहीं लिया, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के वफादार सिपाही की तरह पार्टी के सभी जाएज़ नाजायज़ मानवीय या अमानवीय कार्यों की पैरवी की है और उसी के इनामस्वरूप उन्हें राज्यमन्त्री के पद के रूप में हासिल हुआ है।

इकराम अंसारी का कहना है मोमिन अन्सार सभा हमेशा अन्सारी समाज बुनकर दस्तकार दबे कुचले समाज सहित किसी भी इन्सान के साथ भी अगर कहीं भी कोई ज़ुल्म और ज़्यादती होती है उसके शाना ब शाना खड़ी रहती है और पिछड़े दबे कुचले जिसे पसमांदा ( OBC) समाज कहते हैं कि सियासी सामाजी हिस्सेदारी के लिए लगातार दसियों साल से काम करती आ रही है। मोमिन अन्सार सभा का तजुर्बा कहता है कि सिर्फ अपने क़बीले के किसी आदमी के राज्यमंत्री बन जाने से अन्सारी समाज बुनकर दस्तकार पिछड़े समाज का भला होने वाला नहीं जबतक जिसे प्रतिनिधित्व दिया गया उस शख्स में काम करने की सलाहियत और विज़न हो और उसे सत्ता से अपने विज़न पर काम करने की छूट मिले।

इकराम अंसारी के बयान के मुताबिक दानिश आज़ाद अन्सारी साहब को कुछ लोग सोशल मीडिया पर पसमांदा प्रतिनिधी की या पसमांदा आंदोलन की तथाकथित जीत बता रहे हैं वो सिर्फ मुंगेरी लाल के सपने जैसे साबित हो सकते हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पार्टी के सिर्फ एक अन्सारी समाज के कार्यकर्ता जिसका संबंध कभी किसी बुनकर अन्सारी या पसमांदा आंदोलन से नहीं रहा को राज्यमन्त्री मनोनीत किया है जिसे अभी अपने को साबित करना है. क्या उनके पास कोई ऐसा मिशन और विज़न है जिससे अन्सारी बुनकर या पसमांदा समस्याएं हल की जा सकें।

इकराम अंसारी का कहना है कि इससे पहले भी राजनैतिक पार्टियों ने अन्सारी सामाज को प्रतिनिधित्व देते हुए सारी उम्र MLC बनाया,कैबिनेट मंत्री बनाया, स्वास्थ्य मंत्री बनाया, इसके अलावा दीग़र अन्सारीयों को अपनी पार्टी के टिकट पर लगातार विधायक बनाया गया है। इसलिए दानिश आज़ाद अन्सारी साहब को राज्यमन्त्री बनने की बधाई के साथ साथ अन्सारी सामाज बुनकर दस्तकारों और मुसलमानों से उम्मीद है कि वह अपने जज़्बातों पर काबू रखेंगे । भारतीय जनता पार्टी को परखने की ज़रूरत है कि हमे फूंटी आंख बर्दाश्त न करने वाली भारतीय जनता पार्टी का वाकई ह्रदय परिवर्तन हुआ है ? कहीं बचपन में सुनी हुई घड़ियाल और बंदर की कहानी की तरह का जाल तो नहीं जिसमें घड़ियाल और बंदर की दोस्ती के पीछे बंदर के दिल को खाने की मंशा थी। वहीं देश के बंटवारे के वक़्त कांग्रेस पार्टी भी मुसलमानों की निगाह में मशक़ूक़ हुआ करती थी।