टीम इंस्टेंटखबर
बिहार प्रदेश क़ौमी तंज़ीम द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित राज्य परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए क़ौमी तंज़ीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर ने कहा कि गांधी के आदर्शों को अपना कर ही भारत विश्व का नेता बन सकता है। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के लोकार्पण स्थल पर बने द्वार पर जिस तरह गांधी को गायब कर दिया गया, उससे पता चलता है कि वर्तमान सरकार के दिल में गांधी के लिए कितनी जगह है. उन्होंने कहा कि आज स्थिति कठिन है, लेकिन हमें विश्वास है कि यह देश गांधी के मार्ग पर चलेगा, क्योंकि गोडसे का मार्ग गोलियों से भरा है, जबकि गांधी का मार्ग अहिंसा का है जो स्थायी सफलता की गारंटी है.

तारिक अनवर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति हमारे प्रधानमंत्री से कहते हैं कि भविष्य गांधी के सिद्धांतों और आदर्शों पर निर्भर करता है. भारत के प्रधान मंत्री को जो कहना था वह अमेरिकी राष्ट्रपति कह रहे हैं। यह भी स्पष्ट है कि हमारे प्रधान मंत्री गांधी के लिए कितना सम्मान रखते हैं। लिंचिंग जैसी घटनाओं की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गांधी का देश, जो अहिंसा के रास्ते पर था, हिंसा को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर लोगों को मारा जा रहा है और इस से ज्यादा दुख की बात क्या हो सकती है कि इस प्रक्रिया में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रक्षक भी शामिल हैं। तारिक अनवर ने कहा कि गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने इस देश को आजाद कराया था और एक बार फिर कांग्रेस इस देश को सांप्रदायिक ताकतों से आजाद कराएगी क्योंकि जब तक इंसानों का खून होगा उस वक़्त तक आजादी का अमृत महोत्सव बेकार है.

उन्होंने कहा कि क़ौमी तंज़ीम हिंदू और मुस्लिम दोनों की साम्प्रदायिकता के खिलाफ है और हमें अपने भीतर के अज्ञानी दोस्तों को भी पहचानने की जरूरत है जो भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। इस अवसर पर बिहार की जनता और देश की स्थिति पर एक ज्ञापन भी प्रस्तुत और पारित किया गया, जिसमें बिहार सरकार से कई मांगें शामिल थीं, जैसे उर्दू को उसका अधिकार देना, सीमांचल विकास बोर्ड का गठन, उर्दू कार्यान्वयन आयोग की स्थापना। साथ ही आग्रह किया गया कि सरकार जल्द से जल्द बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का स्थायी समाधान निकाले और केंद्र पर उलेमा और युवाओं की गिरफ्तारी पर तत्काल रोक लगाने का दबाव बनाए. किसानों के सामने आने वाले मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे और असम में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर के केंद्र के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराये। कार्यक्रम में सांसद डॉ अखिलेश सिंह, श्याम सुंदर सिंह, धीरज जी, अजय सिंह, पूर्व विधायक एवं क़ौमी तंज़ीम के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम हुसैन, क़ौमी तंज़ीम के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष जमाल अहमद भालो, राजेश राम, सतीश कुमार, शाही, डॉ. सुनील कुमार, मधुरिंदर सिंह, मोहम्मद मुजतबा, क़ौमी तंज़ीम के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद अहमद, चंद्रिका यादव, डॉ. मोहम्मद तमन्ना समेत कई लोग मौजूद थे.