लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आज सवाल संविधान और लोकतंत्र को बचाने का है कि कैसे संविधान और लोकतंत्र बचे? भाजपा की डबल इंजन सरकार में आरएसएस की विचारधारा वाले लोग हर पद पर बैठ गए हैं। जो सरकार संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने पर तुली हो उससे कैसे लड़ाई लड़ी जाय, यह सोचने का विषय है। जो राजनीतिक दल और लोग संविधान और लोकतंत्र को बचाना चाहते है, हम उन्हीं के साथ हैं। इंडिया गठबंधन के साथ पीडीए इस बार भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त देने जा रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार के समय में बना फीनिक्स पलासियों मॉल जिसे भाजपा सरकार ने बेच दिया है। यहीं फीनिक्स पलासियों मॉल में मीडिया से एक साक्षात्कार में कहा कि संविधान के प्रिएंबल में समाजवाद शब्द है। हम नेताजी श्री मुलायम सिंह को धन्यवाद देंगे कि उन्होंने हमको वह विरासत दी है जिसे हमें आगे ले जाना है। बाबा साहब ने हमको जो अधिकार दिए थे भाजपा उन्हें छीन रही है। इसलिए समाजवादी पार्टी की जिम्मेदारी बड़ी हो गई है कि वह उन मूल्यों को बचाए। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी की बड़ी भूमिका होगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि चीफ आफ दि आर्मी स्टाफ ने कहा है कि 2027 तक एक लाख फौजियों की कमी हो जाएगी। अग्निवीर व्यवस्था जानबूझकर लाई गई है। वह इसलिए लाई गई है कि जो हमारे पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक भाई फौज में भर्ती हो जाते थे, उनका सोशल स्टेटस बेहतर हो जाता था। भाजपा अग्निवीर योजना लाकर नौजवानों का भविष्य खराब कर दिया है। चार साल की फौज की नौकरी कौन नौजवान करना चाहेगा? नौजवानों को भाजपा को वोट नहीं देना चाहिए। समाजवादी पार्टी अग्निवीर योजना के पक्ष में नहीं है। वह पहले जैसी भर्ती की पक्षधर है जिसमें नौजवानों को पूरी नौकरी और पेंशन मिलती थी। नेताजी ने शहीदों को जो सम्मान दिया वह सम्मान अग्निवीरों को नहीं मिल रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि मै मिलिट्री स्कूल में पढ़ा हॅू। मेरे जितने सीनियर और जूनियर हैं वह सभी फौज में रहे है। नेताजी और डिफेंस की वजह से मेरा रिश्ता फौज से हमेशा बना रहा। पाकिस्तान से तो हमें खतरा है लेकिन चीन से सीमा पर बड़ा खतरा है। चीन हमारी सीमाओं के अन्दर आ रहा है। हमारी सीमाएं असुरक्षित है और वही हमारे बाजार पर भी कब्जा कर रहा है। चीन से इस तरह दो तरह से खतरा है।

उन्होंने कहा कि गुजरात से पंजाब के लिए, बंबई से नागपुर के लिए एक्सप्रेस-वे बना। देश में इतने एक्सप्रेस-वे बन रहे, यूपी को दिल्ली सरकार के बजट का एक्सप्रेस-वे क्यों नहीं मिला? यूपी जिसने प्रधानमंत्री दिया, सबसे ज्यादा लोकसभा के सांसद दिए उसमें एक एक्सप्रेस-वे दिल्ली का क्यों नहीं है? इसका मतलब यह है कि दिल्ली वाले यूपी वालों को पैसा नहीं दे रहे हैं। आज भी बिजली का कोटा केन्द्र से नहीं बढ़ा है। समाजवादी सरकार में बिजली घर बनाये गये थे उन्हीं से आज बिजली मिल रही है। भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया। समाजवादी सरकार में जो बिजली घर लगना शुरू हुए थे उनको मदद मिल जाती तो सस्ती बिजली मिलती। जनता को महंगा बिजली बिल नहीं देना पड़ता।