नई दिल्ली:
अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में बवाल जारी है, विशेषकर बिहार में हालात बहुत बिगड़े हुए हैं. अब इस योजना को तैयार करने वालों में से एक लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी आंदोलित छात्रों को लेकर कहा कि आगजनी करने वालों के लिए सेना में कोई जगह नहीं है’. उन्होंने कहा कि हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी, हिंसा करने वाले युवाओं को पुलिस से वेरिफिकेशन भी नहीं मिलेगा।

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने NDTV से बात करते हुए कहा कि ऐसी हिंसा के अंदर हिस्सा लेने वाले तीन टाइप के लोग हैं. पहले वो हैं जिन्हें विरोधी बढ़ावा दे रहे हैं. नंबर 2 पर वो हैं जो ट्रेनिंग इंस्टिट्यूशन चलाते हैं. तीसरे वो हैं जो किसी को देखकर आ जाते हैं. उन्होंने कहाकी छात्रों को ट्रेनिंग की शुरुआत करनी चाहिए. अपने सर्टिफिकेट इकट्ठा करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि 25 परसेंट तो सेना के साथ रहेंगे लेकिन जो 75 परसेंट वापस आएंगे वो ही देश की ताकत बनेंगे इसके साथ ही अग्निवीरों को गृह और रक्षा मंत्रालय में 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है. इसके साथ ही 4 साल बाद 11.7 लाख का पैकेज उन्हें मिलेगा जिससे वो कोई भी रोजगार शुरू कर अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं.