लखनऊ
स्वामी विवेकानंद जी के ध्येय वाक्य ’मनुष्य निर्माण से राष्ट्र निर्माण’ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा लखनऊ ने आज विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में लखनऊ विश्वविद्यालय के बायो केमिस्ट्री विभाग के सभागार में समर्थ भारत पर्व विषयक एक संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय लखनऊ के निदेशक श्री नीरज कुमार जी थे। कार्यक्रम का शुभारंभ ॐकार मंत्र, शांति मंत्र और दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।

लखनऊ विश्वविद्यालय बायो केमिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष श्री सुधीर मेहरोत्रा जी ने सभी अतिथियों का स्वागत संबोधन किया तत्पश्चात विवेकानंद केंद्र की प्रांत प्रमुख प्रोफ़ेसर शीला मिश्रा जी ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के संदेशों को अपने जीवन में आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण सक्रिय योगदान देने का आव्हान किया।

आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दक्षिण भारत कन्याकुमारी से पधारे तथा विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष माननीय प्रवीण दाभोलकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि
विवेकानंद शिला स्मारक बहुत प्रयासों से बना किन्तु परिणाम में चीन के युद्ध के बाद पाकिस्तान को परास्त कर स्वामीजी के विचारो से आत्मविश्वास प्राप्त हुआ उन्होने आगे बताया कि आज समाज के सामने जो चुनौतियां है उसका उत्तर हमे संगठित रूप से देने की आवश्यकता है।

विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा लखनऊ के एक प्रयास के अन्तर्गत समाज तेजी से युवाओं में बढ़ते अवसाद,बिखरते परिवार,असंवेदनशील समाज, टूटते रिश्ते और परिवारों में पनप रहे कुसंस्कारों के कारण बढ़ रहे वृद्धाश्रमों पर चिन्ता जताते हुए इनसे निपटने हेतु अमृत परिवारों के गठन की आवश्यकता पर बल दिया जिनके माध्यम से हम परिवारों के संकुलों के द्वारा संस्कार तथा सनातन संस्कृति को प्रोत्साहन देने का आव्हान किया।