अवध के उर्दू-फारसी तज़्किरे साहित्य की बेहतरीन संपत्ति हैं: प्रोफेसर सैयद अख्तर हुसैन
लाइफ गेट ह्यूमन सोसाइटी के तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
लखनऊ: फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी, उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से, लाइफ गेट ह्यूमन सोसाइटी के तत्वावधान में “अवध में उर्दू-फारसी तज़्किरा-लेखन” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हजरतगंज स्थित आरिफ़ कैसल्स में किया गया। इस सेमिनार की अध्यक्षता लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व फ़ारसी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उमर कमालुद्दीन ने की।
कार्यक्रम में श्रीमती किरण अग्रवाल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। जामिया मिलिया इस्लामिया के फ़ारसी विभाग से आए डॉ. अरशदुल क़ादरी ने तज़्किरों के महत्व और उनकी प्रासंगिकता को स्पष्ट करते हुए अवध में उर्दू-फारसी तज़्किरा-लेखन की परंपरा पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर पर्शियन एंड एशियन स्टडीज़ के प्रमुख प्रोफेसर सैयद अख्तर हुसैन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि तज़्किरों की शुरुआत भारत में हुई। यहाँ के हिंदू-मुस्लिम कवियों ने नियमित रूप से तज़्किरे लिखे। तज़्किरे संस्कृति और साहित्य की धरोहर हैं, विशेष रूप से अवध में लिखे गए उर्दू-फारसी तज़्किरे संपूर्ण साहित्य के लिए एक अनमोल संपत्ति हैं। तज़्किरों के बिना उर्दू साहित्य का अध्ययन अधूरा है।
अन्य विशिष्ट अतिथियों में अंबर फाउंडेशन के संस्थापक जनाब वफा अब्बास के साथ हलीम फारुकी अब्दुल वहीद फारूक़ी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
तकनीकी सत्र में उर्दू, अरबी और फ़ारसी के विद्वानों एवं शिक्षकों ने विषय से संबंधित अपने शोध-पत्र प्रस्तुत किए। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो० उमर कमालुद्दीन और लखनऊ विश्वविद्यालय के फ़ारसी विभागाध्यक्ष डॉ. ग़ुलाम नबी अहमद ने संयुक्त रूप से की। इस सत्र में मुहम्मद हबीब सिद्दीकी, आतिफ़ा जमाल और अर्शी बानो ने अपने शोध-पत्र प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. यासिर अंसारी ने किया, जबकि लाइफ गेट ह्यूमन सोसाइटी के सचिव मुहम्मद रिज़वानुल हसन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
सेमिनार में डॉ. शबीब अनवर अल्वी, सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी रीजनल साइंस सिटी सेंटर श्री के के चटर्जी, रिद्धि सिंह गौड़, जिला फुटबॉल एसोसिएशन के कनहैया लाल, प्रोफेसर सलमान खान, डॉ. एहतिशाम अहमद खान, फराह नाज़, शहाब अहमद सहित अन्य सम्मानित अतिथि उपस्थित रहे।