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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में ‘सैन्य अभियान’ की घोषणा के बाद हलचल तेज है। यूक्रेन का कहना है कि रूसी गोलाबारी से कम से कम 7 लोग मारे गए और 9 घायल हुए। वहीं यूक्रेन ने 50 रूसियों को भी मार गिराने का दावा किया है।

समाचार एजेंसियों के अनुसार “रूस का कहना है कि यूक्रेन के एयरबेस, एयर डिफेंस को नष्ट कर दिया।” रूस समर्थित अलगाववादियों का कहना है कि यूक्रेन के लुहान्स्क क्षेत्र में अब दो शहरों पर उनका नियंत्रण है। वहीं यूक्रेन की सेना ने बताया कि लुहान्स्क क्षेत्र में पांच रूसी विमानों और एक रूसी हेलीकॉप्टर को मार गिराया गया है।

कीव-खारकीव समेत कई यूक्रेनी शहरों में धमाके की आवाज सुनी गई है। हालांकि रूसी सेना का कहना है कि उसने यूक्रेनी हवाई अड्डों और अन्य सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाया है, आबादी वाले क्षेत्रों को लक्षित नहीं किया है।

बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में ‘सैन्य अभियान’ की घोषणा की, उन्होंने यूक्रेन की सेना से हथियार डालने का आह्वान किया। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में (विशेष मिलिट्री ऑपरेशन की) हमारी योजनाओं में यूक्रेन के क्षेत्र पर कब्जा करना शामिल नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो कोई भी हमारे साथ हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है या हमारे लोगों के लिए खतरा पैदा करने की कोशिश करता है, उसे पता होना चाहिए कि रूस की प्रतिक्रिया तत्काल होगी और आपको ऐसे परिणामों की ओर ले जाएगी जैसा आपने अपने इतिहास में पहले कभी अनुभव नहीं किया है।

रूसी राष्ट्रपति को जवाब देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इस हमले से होने वाली मौतों और तबाही के लिए रूस अकेला जिम्मेदार है। अमेरिका और उसके सहयोगी एकजुट और निर्णायक तरीके से जवाब देंगे। दुनिया इसके लिए रूस को जवाबदेह ठहराएगी।

वहीं संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा, “हम तत्काल डी-एस्केलेशन का आह्वान करते हैं, स्थिति एक बड़े संकट में तब्दील होने के कगार पर है। अगर इसे सावधानी से नहीं संभाला जाता तो यह सुरक्षा को कमजोर कर सकता है। सभी पक्षों की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए।”