टीम इंस्टेंटखबर
राहुल गाँधी, INC और पार्टी के कई बड़े नेताओं के ट्विटर अकाउंट लॉक होने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गाँधी ने आज फिर ट्विटर पर हमला बोलते हुए उसे पक्षपाती प्लेटफॉर्म करार दिया और आरोप लगाया कि मोदी सरकार के दबाव में ट्विटर एक खतरनाक खेल खेल रहा है.

राहुल गांधी ने कहा, ”हमारी स्वतंत्रता पर हमला हो रहा है. हमें संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा. मीडिया को कंट्रोल किया जा रहा है. ट्विटर अब न्यूट्रल नहीं रह गया है. यह बायस्ड हो गया है जो वहीं सुनता है जो सरकार कहती है.”

राहुल ने कहा है कि यह भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है. राहुल गांधी ने “ट्विटर का खतरनाक खेल” शीर्षक से यूट्यूब पर जारी एक वीडियो संदेश में ट्विटर पर तंज कसते हुए आरोप लगाया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप” कर रहा है.

राहुल ने कहा, “मेरे ट्विटर एकाउंट को बंद करके वे हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं. एक कंपनी हमारी राजनीति को परिभाषित करने के लिए अपना व्यवसाय कर रही है और एक राजनेता के रूप में मुझे यह पसंद नहीं है.” उन्होंने कहा, “यह देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है.”

राहुल ने कहा, “भारतीयों के रूप में हमें यह सवाल पूछना है – क्या हम कंपनियों को यह अनुमति देने जा रहे हैं कि वह सिर्फ भारत सरकार के लिए हमारी राजनीति को हमारे लिए परिभाषित करे? क्या आगे आने वाले समय में यही होने वाला है? या हम खुद अपनी राजनीति को परिभाषित करेंगे?”

इससे पहले राहुल गांधी ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट कर कहा था कि अगर दया और सहानुभूति दिखाना गुनाह है तो वह दोषी हैं. उन्होंने कहा कि अगर रेप और हत्या के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह है तो वह दोषी हैं.

राष्ट्रीय राजधानी में पिछले हफ्ते 9 साल की दलित बच्ची से बलात्कार हत्या के मामले में पीड़िता के परिवार की तस्वीरें पोस्ट करने के लिए ट्विटर ने राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेताओं के अकाउंट्स को लॉक कर दिया था.

इसपर ट्विटर ने सफाई देते हुए पहले ही कहा था कि अकाउंट्स को इस वजह से ब्लॉक किया गया है, क्योंकि उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए बच्ची के माता-पिता की तस्वीर पोस्ट की थी. ट्विटर के मुताबिक, ये एक्शन गोपनीयता और व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए लिया गया था.