वाशिंगटन: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी के लंबे समय तक मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) रहे एलन वीसलबर्ग पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। अभियोजकों ने इसे टैक्स धोखाधड़ी का मामला बताया है जिसमें अधिकारियों को अपार्टमेंट का किराया, कार और स्कूल ट्यूशन के भुगतान के रूप में 17 लाख डॉलर से अधिक का पारितोषिक दिया गया। यह भुगतान किसी भी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है।
हालांकि मामले में ट्रंप को आरोपित नहीं किया गया है लेकिन अभियोजकों ने यह कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने धोखाधड़ी की कथित योजना से संबंधित कुछ चेक पर हस्ताक्षर किए थे। ट्रंप के कारोबार संचालन के तरीकों की न्यूयॉर्क के अधिकारियों द्वारा दो साल से की जा रही जांच में पहली बार कोई आपराधिक मामला बना है।
जिन आरोपों का खुलासा किया गया, उसके मुताबिक 2005 से लेकर इस वर्ष तक ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन और वीसलबर्ग ने कर चोरी कर राज्य और शहर को आर्थिक चपत लगाई, उन्होंने वीसलबर्ग समेत वरिष्ठ अधिकारियों को अनुषंगी लाभों और अन्य साधनों के जरिए भुगतान करने की साजिश रची जो किसी रिकॉर्ड में दर्ज न हों।
वहीं वीसलबर्ग और ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के वकीलों ने स्वयं को निर्दोष बताया है। वीसलबर्ग से अपना पासपोर्ट जमा करने को कहा गया और फिर उन्हें जाने दिया गया। 73 वर्षीय वीसलबर्ग को ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के वित्तीय लेनदेन की अच्छी खासी जानकारी है और वह करीब पांच दशक से इस कंपनी से जुड़े हुए हैं।
ट्रंप ने इसे राजनीति से प्रेरित मामला बताया और वीसलबर्ग के वकीलों ने कहा कि वे इन आरोपों का सामना करेंगे। बता दें मैनहट्टन के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी साइरस वेंस जूनियर तथा न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल लेतीतिया जेम्स ने यह मामला दर्ज कराया था। दोनों ही डेमोक्रेट हैं।
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