वाशिंगटन: अमरीकी संसद पर ट्रम्प के समर्थकों द्वारा धावा बोलने के बावजूद जो बाइडेन पर्याप्त इलेक्टोरल वोट प्राप्त करके औपचारिक रूप से अमरीका के 46वें राष्ट्रपति बन गये।

कांग्रेस की संयुक्त बैठक, जो बाइडन की जीत की पुष्टि के लिए आयोजित हुई थी लेकिन ट्रम्प के समर्थन में 12 इलेक्टोरल वोट पड़ने के बाद ट्रम्प के समर्थकों के दावे की वजह से 6 घंटे के लिए स्थगित कर दी गयी।

नेशनल गार्ड और एफबीआई की घंटों की मेहनत के बाद जब ट्रम्प के समर्थन इमारत से बाहर निकले तो कांग्रेस की बैठक दोबारा शुरु हुई।

कुछ राज्यों में वोटिंग के बारे में ट्रम्प के समर्थक सांसदों की आपत्ति को स्वीकार नहीं किया गया। इस तरह से अमरीका में चुनाव के परिणाम को बदलने की ट्रम्प की सारी कोशिशें नाकाम हो गयीं।

अमरीकी कांग्रेस द्वारा जो बाइडन की जीत की पुष्टि के बाद, डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बयान जारी करके व्यवस्थित रूप से सत्ता हस्तांतरण का वचन दिया।

ट्रम्प ने पहली बार अपनी पराजय स्वीकार करते हुए अपने चार वर्षीय सत्ता काल को शानदार कहा और लिखा है कि हालांकि मैं चुनाव परिणाम का विरोधी हूं और इसके लिए कुछ वास्तविकताएं आधार हैं मगर इसके बावजूद 20 जनवरी को व्यवस्थित रूप से सत्ता का हस्तातंरण होगा।

चुनाव में धांधली के बारे में अपने दावों को दोहराते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए यह हमारे संघर्ष की शुरुआत है।” बाइडन और हैरिस 20 जनवरी को पद की शपथ लेंगे। कोविड-19 महामारी के कारण सादे तरीके से समारोह का आयोजन होगा।

संसद के संयुक्त सत्र द्वारा बृहस्पतिवार तड़के औपचारिक रूप से बाइडन की जीत की पुष्टि कर दी गयी। इससे पहले कैपिटल बिल्डिंग के भीतर ट्रंप समर्थकों ने जमकर हंगामा किया जिसके कारण चार लोगों की मौत हो गयी। हिंसा के कारण सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव हुआ था। बाइडन और हैरिस को 306 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले थे।