वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को 30 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ (WHO DG) टेड्रोस एडहानोम गेब्रेयेसुस को पत्र लिखकर कर कहा है कि अलग 30 दिनों के भीतर WHO जरूरी सुधारों के लिए प्रतिबद्ध नहीं हुआ तो मैं WHO को दी जाने वाली फंडिंग को स्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा और संगठन में हमारी सदस्यता पर भी पुनर्विचार करुंगा। डोनाल्ड ट्रंप ने यह पत्र आज (19 मई) अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी साझा किया है।

टेड्रोस एडहानोम गेब्रेयेसुस को लिखे पत्र ट्रंप में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की इस बात को लेकर आलोचना की है कि उसने जरूरी कदम नहीं उठाए हैं। ट्रंप ने कहा है कि WHO ने चीन के वुहान में पिछले साल (2019) दिसंबर में फैले इस वायरस से जुड़ी भरोसेमंद रिपोर्टों को लगातार नजरअंदाज किया है। ट्रंप ने कहा है कि कोरोना वायरस पर WHO ने निराशाजनक काम किया है।

पत्र में ट्रंप ने यह भी कहा है कि WHO के लिए आगे बढ़ने का सिर्फ एक ही तरीका है कि वह खुद को चीन से स्वतंत्र दिखाए।

पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर चीनी केंद्रित होने का आरोप लगाते हुए फंडिंग रोकने की चेतावनी दी थी। डोनाल्ड ट्रंप 7 अप्रैल 2020 को अपने किए ट्वीट में लिखा था, ‘डब्ल्यूएचओ ने सच में इसे बवंडर बना दिया। कुछ वजहों से अमेरिका ने सबसे ज्यादा फंड दिया, लेकिन यह (WHO) बहुत चीनी केंद्रित रहा है। हम इसे (फंड) अच्छे से देखेंगे। भाग्यवश मैंने चीन के साथ अपने बॉर्डर को खुला रखने के सुझाव को शुरुआत में ही नकार दिया था। उन्होंने हमें इतना दोषपूर्ण (गलत) सुझाव क्यों दिया?’

डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले भी WHO पर चीन का पक्ष लेने का आरोप लगा चुके हैं। 26 मार्च को ट्रंप ने कहा था कि WHO ने कोरोना वायरस के दौरान चीन की ‘तरफदारी’ की है और इससे कई लोग खुश नहीं हैं। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के अलावा कई सांसदों ने भी WHO पर सवाल उठाए चुके हैं।