टोक्यो: भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं के 49 किलो वर्ग में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल अपने नाम कर देश में ख़ुशी की लहर दौड़ा दी, अब जो खबर मिल रही है उससे चानू और देश के लिये यह खुशियाँ दोगुनी हो सकती हैं। जी हाँ! ऐसी खबर आ रही कि मीराबाई चानू पर बाज़ी मारकर गोल्ड मैडल हासिल करने वाली चीन की वेटलिफ्टर होऊ जिहुई का डोप टेस्ट होगा क्योंकि उनपर डोपिंग का शक है. इसलिए अगर चीनी वेटलिफ्टर डोपिंग टेस्ट में नाकाम हुई तो गोल्ड मेडल चानू के हिस्से में आ जायेगा।

कहा जा रहा है होऊ जिहूई का डोप टेस्ट जल्द किया जा सकता है। वह सोमवार को चीन लौटने वाली थीं, लेकिन फिलहाल उन्हें जापान में ही रुकने का निर्देश दिया गया है। नियमों के मुताबिक, अगर कोई एथलीट डोपिंग टेस्ट में फेल हो जाता है तो सिल्वर जीतने वाले खिलाड़ी को गोल्ड दे दिया जाता है।

मीराबाई चानू वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारत की पहली वेटलिफ्टर हैं। इससे पहले साल 2000 के सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था।