टीम इंस्टेंटखबर
भारत ने चीन के नागरिकों का पर्यटक वीजा स्थगित कर दिया है। भारत ने यह कार्रवाई उस संदर्भ में की है, जिसमें चीन ने कोविड-19 महामारी के बाद चीन से हिन्दुस्तान लौटे भारतीयों को अभी तक वापस चीन वापस आने का वीजा नहीं दिया है।

23 हजार छात्रों समेत कई हजार भारतीय वीजा न मिलने वजह से चीन नहीं जा पा रहे हैं। चीन ने कोरोना महामारी के चलते भारत से चीन जाने वाली हवाई यात्रा और वीजा सुविधा स्थगित कर दी थी।

वैश्विक ट्रांसपोर्ट संगठन IATA के अनुसार भारत में चीन के नागरिकों को मिला पर्यटक वीजा अब वैध नहीं है। चीन के नागरिक भारत में केवल कारोबारी, रोजगार और कूटनीतिक वीजा पर ही भारत आ सकेंगे।

IATA सभी एयरलाइन सेवाओं को लगातार विभिन्न देशों की वीजा सम्बन्धी नीतियों और निर्देशों से अवगत कराती रहती है। ताजा सूची में उन देशों के बारे में निर्देश थे जिन्हें ई-टूरिस्ट वीजा पर भारत आने की अनुमति नहीं है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार थाईलैण्ड, पाकिस्तान और श्रीलंका के छात्रों को चीन सरकार ने कोविड-19 बीत जाने के बाद वीजा जारी करना शुरू कर दिया है लेकिन भारतीय छात्रों को वीज देने के बारे में चीन ने चुप्पी साध रखी है। चीन में कारोबार और नौकरी करने वाले भारतीयों के कई परिजन भी वीजा न मिल पाने के कारण चीन नहीं जा पा रहे हैं।

मार्च में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के सामने यह मुद्दा उठाया था। फरवरी में चीन ने भारतीय दूतावास को आश्वस्त किया था कि इस बारे में यथाशीघ्र निर्णय लिया जाएगा।

भारत के पड़ोसी देशों के छात्रों को वीजा दिए जाने के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए चीनी विदेश मंत्री वांग ने 22 मार्च को कहा था कि चीन कोरोना महामारी के मद्देनजर कम संख्या में विदेशी छात्रों को वीजा दे रहा है और जिन छात्रों को चीन लौटना ज्यादा जरूरी है उन्हें वीजा देने में प्राथमिकता दी जा रही है।