लखनऊ। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने बीकेयू प्रवक्ता व संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता राकेश टिकैत को जंतर-मंतर पर रोजगार सम्मेलन में भाग लेने से रोकने और उन्हें गिरफ्तार करने की दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए कड़ी निंदा की है। पार्टी ने उनकी अविलंब बिना शर्त रिहाई की मांग की है।

राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि गिरफ्तारी केंद्रीय गृह मंत्रालय के इशारे पर हुई है। टिकैत ने एक दिन पहले ही लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी व गिरफ्तारी की मांग को लेकर 51 घंटे तक चले किसान धरने (महापड़ाव) का नेतृत्व किया था। इससे बौखलाई भाजपा सरकार ने उन्हें दिल्ली बार्डर पर गिरफ्तार कर लिया।

माले नेता ने कहा कि भाजपा सरकार अपने कारपोरेट मित्रों के हितों की रक्षा के लिए किसानों की न्यायपूर्ण मांगों के लिए चल रहे संघर्ष का दमन करना चाहती है। लेकिन किसान भी पीछे हटने वाले नहीं हैं। किसानों ने एक साल तक दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर सरकार को पीछे हटने के लिए बाध्य किया। उस समय सरकार ने कई वादे किए, लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया है। एमएसपी की मांग प्रमुख है। किसान इसे हासिल करके रहेंगे।