लखनऊ ब्यूरो
कांग्रेस महासचिव और यूपी इंचार्ज प्रियंका गांधी ने विवादित तीन कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया है. प्रियंका ने मीडिया से कहा कि चुनाव में “हार देखकर” यह तीन काले कृषि वापस लिए गए हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “600 से अधिक किसानों की शहादत” या लखीमपुर खीरी की घटना की परवाह नहीं थी, जहां प्रदर्शनकारी किसानों को एक केंद्रीय मंत्री के बेटे की कार से कुचल दिया गया था।

प्रियंका ने कहा कि सरकार के नेताओं ने किसानों को क्या नहीं कहा? ‘आंदोलनजीवी’, गुंडे, आतंकवादी, देशद्रोही, जब यह सब कहा जा रहा था तो पीएम चुप क्यों थे? उन्होंने स्वयं ‘आंदोलनजीवी’ शब्द का उच्चारण किया।

प्रियंका गांधी ने कहा, ”वह इसे क्यों कर रहे हैं ? क्या देश यह नहीं समझ रहा है कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं और उन्हें लगा होगा कि स्थिति ठीक नहीं है। वे सर्वेक्षणों में देख सकते हैं कि स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए, वे चुनाव से पहले माफी मांगने आए हैं।”

कांग्रेस महासचिव ने कहा मुझे खुशी है कि सरकार समझ गई कि इस देश में किसानों से बड़ा कोई नहीं है। इस देश में एक सरकार अगर किसानों को कुचलने की कोशिश करती है और किसान खड़ा हो जाता है तो सरकार को अंत में झुकना ही पड़ेगा। यह सरकार समझ गई है।”