तौक़ीर सिद्दीकी

कहते हैं कि सियासत में नेता की बदहवासी तब और बढ़ जाती है जब उसे अपनी हार सामने दिखने लगती है. पांच राज्यों में होने वाले चुनावों में उत्तराखंड का तो चुनाव निबट गया जहाँ से भाजपा के लिए ख़बरें अच्छी नहीं आ रही हैं, मगर इस वीडियो में बात यूपी को लेकर है जिसके दो चरणों का मतदान हो चूका और अबतक के मतदान में विश्लेषकों के अनुसार भाजपा की ज़मीन खिसक रही है. ज़मीन खिसकने की बात इसलिए कि मतदान हो चुके क्षेत्र में भाजपा का पिछले कई चुनावों से दबदबा रहा है. ज़मीन खिसकने की इन ख़बरों की पुष्टि इसलिए भी हो रही क्योंकि भाजपा नेता अब वोटरों को सीधे तौर पर धमकाने लगे हैं. धमकी भी कोई ऐसी वैसी नहीं, सीधे घरों पर बुलडोज़र चलाने की. और इसके लिए योगी जी ने हज़ारों बुलडोज़र भी मंगा लिए हैं.

दोस्तों, यह मैं नहीं बल्कि भाजपा विधायक टी राजा सिंह कह रहे हैं. यूपी के दो चरणों के मतदान का रुख देखकर वह इतने विचलित हो गए कि उन्होंने भाजपा को वोट न देने वालों को सीधे धमकी ही दे डाली। राजा साहब कह रहे हैं कि अगर यूपी में रहना है तो योगी योगी करना होगा वरना भागना होगा, हालाँकि कहाँ भागना होगा यह उन्होंने नहीं बताया।

दरअसल पिछले दो चरणों में अल्पसख्यंकों द्वारा भारी पोलिंग की ख़बरों से राजा साहब बहुत परेशान हैं. अपने को हिन्दू धर्म का ठेकेदार बताने वाले टी राजा सिंह योगी को वोट न करने वालों को गद्दार बताते हैं और कहते हैं चुनाव बाद उन इलाकों को चिन्हित किया जायेगा जिन्होंने भाजपा को वोट नहीं दिया होगा।

हालाँकि आज केंद्रीय चुनाव आयोग ने उनको नोटिस भेजा है लेकिन चुनाव आयोग की नोटिसों की क्या अहमियत रह गयी है यह सभी को मालूम है. चुनाव जब कार्रवाई करेगा तब करेगा मगर इस तरह वोटरों को धमकाने वाले बयानों पर यूपी का वोटर ज़रूर कार्रवाई कर सकता है जो भाजपा को बहुत भारी पड़ सकता है. अभी तक तो भाजपा हिन्दू-मुसलमान, जिन्ना-पाकिस्तान, गोल टोपी-जालीदार टोपी, कपड़ों से पहचान पर राजनीति कर रही थी, यह पहली बार है कि सीधा वोटरों को धमकी दी जा रही है कि वोट दो वरना भुगतो।

हालाँकि सिर्फ राजा ही नहीं मुख्यमंत्री योगी और दूसरे कई भाजपा नेताओं द्वारा भी अपरोक्ष रूप से वोटरों को चेतावनी देते रहते हैं, अभी पहले चरण के चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी भरे अंदाज़ में कहा था कि नहीं चेते तो यूपी को कश्मीर, केरल और बंगाल बनने में देर नहीं लगेगी, हालाँकि यह तीनों राज्य देश का अखंड हिस्सा हैं, यह अलग बात है कि यहाँ भाजपा का नहीं किसी और पार्टी का शासन नहीं और भाजपा नेताओं के अनुसार जो भाजपा का समर्थक नहीं वह देश का गद्दार है.

दरअसल भाजपा इस लिए भी ज़्यादा विचलित है कि आने वाला तीसरा चरण यादव लैण्ड में है जहाँ पिछली बार जैसे हालात बिलकुल नहीं है इसके बाद पूर्वांचल की बारी है जहाँ समाजवादी गठबंधन अपने सामाजिक समीकरण से भाजपा पर भारी पड़ता दिख रहा है. पहले दो चरणों में भाजपा को जो नुक्सान होता दिख रहा है उसकी भरपाई आगे होगी ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है, इसलिए बदहवासी बढ़ रही है और भाजपा नेता अपना आपा खोते नज़र आ रहे हैं.