रबाब हैदर

रबाब हैदर

लखनऊ: यूं तो सोशल मीडिया का अधिकतर युवा दुरुपयोग करते हैं। वहीं कुछ युवा अपनी पहचान बनाने में पीछे नहीं रहते। इन्हीं युवाओं में इलाहाबाद के सोलह साल के अनमोल तिवारी भी शामिल हैं। अनमोल तिवारी ने सोशल मीडिया के टिकटॉक, इंस्ट्राग्राम और फेसबुक जैसे कई सोशल प्लेटफॉर्म्स पर लोगों को अपना दीवाना बना लिया है हालांकि टिकटॉक बंद होने से अनमोल थोड़ा निराश जरूर हुए, मगर हताश नहीं |

अनमोल तिवारी इलाहाबाद के रहने वाले हैं। अनमोल कक्षा 10 के छात्र हैं। इनके पिता सूर्य प्रकाश तिवारी बैंक मैनेजर है। इंस्ट्राग्राम पर अनमोल ने बातचीत में बताया कि प्राइमरी कक्षा से उन्हें आर्मी में जाने की इच्छा है। उन्होंने बताया कि आर्मी देश का सम्मान, आन और शान है। मेरी नजर में आर्मी से बड़ा कोई हीरो नहीं है। ऐसे में मुझे भी आर्मी में जाकर न सिर्फ आर्मी का हीरो बनना है बल्कि देश की सेवा भी करना है।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मुझे फिल्मों में काम करने के कई अवसर आये मगर मेरा लक्ष्य सिर्फ सेना है। इस सपने को पूरा करने के लिए मैं सोता नहीं बल्कि जागता हूं। उन्होंने कहा कि सपने सोकर देखने वाले कारगर साबित नहीं होते बल्कि जो सपने जागकर देखे जाते हैं वहीं कारगर साबित होते हैं। अनमोल ने कहा कि हमारे देश के हीरो रहे एपीजे अब्दुल कलाम हमारे आदर्श हैं। उनके शब्द मुझे हमेशा याद रहेंगे कि सोकर देखने वाले सपने मकाम तक नहीं पहुंचाते बल्कि जागकर और मेहनत करके सपने देखने वाले हमेशा मंजिल तक पहुुंचते हैं।

गौरलतब है कि अनमोल सोशल मीडिया पर परिवार से मिले अच्छे संस्कारों की वजह से खास चर्चित हैं। उनकी छोटी-छोटी वीडियों में नसीहत होती है। कम उम्र में ही इस लड़के ने अपने शब्दों से दूसरों के दिल और दिमाग़ में जगह बनायी है। पूछे जाने पर अनमोल ने कहा कि जो बाहर देखता हूं उनकों अपने लफ़्ज़ों में बदल लेता हूं। शायद यही वजह है कि देश दुनिया के लोग मुझे पसंद करते हैं।

बताते चले कि इनती कम उम्र में शायद ही कोई होगा जिसने सोशल मीडिया पर अपनी पहचान बनायी है। अनमोल तिवारी को लोग अलग-अलग टाइटिल नेम से पुकारते हैं। उन्होंने बताया कि लोगों की मांग पर अक्सर मैं ऑनलाइन आता हूं। लोगों से रु-ब-रु होता हूं। देश- दुनिया के लोग बहुत प्यार देते हैं। उनके प्यार और स्नेह से मेरा हौसला भी बढ़ता है।

अनमोल तिवारी ने कहा कि फिल्मी दुनिया में तो मुझे बिल्कुल नहीं जाना है। फिलहाल मैं कक्षा 10 का छात्र हूं। मेरा सपना बड़ा है। इसके लिए मैं अभी से मेहनत कर रहा हूं। जिस दिन मैं आर्मी का अफसर बना देशवासियों को पहला सैल्यूट करुंगा। उन्होंने मुझे हिम्मत, प्रेम-स्नेह दिया है।

सोशल मीडिया के हीरो अनमोल तिवारी ने कहा कि जब हम अपने घर में खुशियां मना रहे होते हैं तब देश की सेना के जवान सीमा पर मुस्तैदी से डटे हुए होते है। यही वजह है कि तभी हम घरों में चैन की नींद सोते हैं। उन्होंने कहा कि आर्मी में जाने की मेरी शुरुआत कक्षा 11 से होगी जब मैं एनसीसी में प्रवेश लूंगा। एनसीसी हमारे हौसले और भी बुलंद करेगी।

अनमोल तिवारी ने बातचीत में यह भी बताया कि उन्हें आर्मी में जाने की ललक पन्द्रह अगस्त और 26 जनवरी की परेड के अलावा भारतीय सेना को खास मौकों पर टीवी पर देखने से हुई। तब से उनके मन में आर्मी बनने की ललक है।