न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच में डेब्यू करने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ऑली रॉबिन्सन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने रॉबिन्सन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सस्पेंड कर दिया है. इस 27 साल के तेज गेंदबाज ने 2012 से 2014 तक लिंगभेद और नस्लवाद से जुड़े कई ट्वीट किए थे. रॉबिन्सन को टीम में शामिल किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर ये ट्वीट चर्चा का विषय बन गए थे. विवाद बढ़ता देख ECB ने रॉबिन्सन के खिलाफ कठोर कदम उठाने का फैसला लिया है.

इंग्लैंड के बैटिंग कोच ग्राहम थोर्प ने कहा कि ECB भविष्य में टीम में खिलाड़ियों को लेने से पहले उनके सोशल मीडिया अकाउंट की समीक्षा कर सकता है. थोर्प ने कहा कि पहली पारी में चार विकेट लेने वाले रॉबिन्सन ने अपनी गलती को समझा और माफी मांगी.

बता दें कि टेस्ट मैच के शुरुआती दिन का खेल समाप्त होने के तुरंत बाद रॉबिन्सन ने प्रेस के सामने मांगी माफी थी. रॉबिन्सन ने कहा, ‘मुझे अपने कृत्यों पर बेहद खेद है और मैं इस तरह की टिप्पणियां करने पर शर्मसार हूं.’ रॉबिन्सन ने कहा कि उन्होंने ये ट्वीट तब किए थे, जब वह अपनी जिंदगी के बुरे दौर से गुजर रहे थे क्योंकि इंग्लिश काउंटी यॉर्कशायर ने उन्हें किशोरावस्था में बाहर कर दिया था.

वहीं, ECB के मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन ने कहा कि उनके पास यह, ‘बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं कि मैं इससे कितना निराश हूं कि इंग्लैंड के एक क्रिकेटर ने इस तरह के ट्वीट किए थे.’

ऑली रॉबिन्सन ने डेब्यू मैच में जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से प्रभाव छोड़ा. रॉबिन्सन ने पहली पारी में न्यूजीलैंड के चार विकेट झटके थे. इसके बाद उन्होंने आठवें नंबर पर आकर 42 रनों की पारी खेली.

रॉबिन्सन ने न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में भी अच्छी गेंदबाजी की. उन्होंने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का विकेट लिया था. रॉबिन्सन ने पारी में 3 विकेट चटकाए और मैच में कुल 7 विकेट लिए.