लखनऊ ब्यूरो
यूपी में विधानसभा चुनाव की सरगरमियाँ तेज़ हो चुकी हैं, नेताओं द्वारा भाषाई मर्यादाएं भी ताक पर रख दी गयी हैं, ध्रूवीकरण का दौर शुरू चूका है, चुनावी चर्चाओं में अब्बाजान, चचाजान और भाईजान की इंट्री हो चुकी है. टीवी चैनलों पर चुनावी चर्चाओं का दौर भी शुरू हो चूका है. ऐसे ही एक कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने 2022 में भाजपा के सफाये और कांग्रेस की सरकार बनाने की बात कही, हालाँकि सभी को मालूम है कि प्रदेश में अपनी पुनर्स्थापना की लड़ाई लड़ रही है.

कार्यक्रम में गठबंधन के सवाल प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का गठबंधन किसी पार्टी से नहीं बल्कि जनता से होगा। कांग्रेस पार्टी प्रियंका गाँधी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेगी और उन्हीं के नाम पर जनता के बीच जाकर वोट मांगेगी। मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि हमारी पार्टी में लोकतंत्र का राज है और यहां पर पूरी पार्टी मिलकर निर्णय करती है कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा और कौन नहीं. हमारे यहां किसी एक व्यक्ति का शासन नहीं चलता है.’ प्रमोद तिवारी ने कहा कि विधानमंडल दल का नेता मुख्यमंत्री बनेगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अब्बाजान वाले बयान पर उन्होंने कहा, ‘एक कहावत है कि मुसीबत के वक्त नानी याद आती है. इन्हें अब्बाजान और भाईजान याद आ रहे हैं. प्रमोद तिवारी ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब भाजपा सिर्फ 9 सीटों पर थी और अगर आज 300 से ज्यादा है तो वो इस पर घमंड न करे. आने वाले समय में जनता उनका साथ नहीं देगी क्योंकि उनके काम अब जनता को लुभाने वाले नहीं रहे हैं.