टीम इंस्टेंटखबर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने नवरेह महोत्सव के मौके आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए कश्मीरी हिंदू समुदाय को संबोधित किया।

अपने संबोधन के दौरान संघ प्रमुख ने कहा कि ‘कश्मीरी हिंदुओं के अपने वतन लौटने में अभी कुछ ही समय बचा हुआ है। मोहन भागवत ने कहा कि अब संकल्प पूर्ति का समय नजदीक है। अबकी बार अपनी मातृभूमि में ऐसे बसना है कि फिर कोई उजाड़ न सके। सभी के साथ मिलजुल कर रहना है।’

उन्होंने आगे कहा कि अब कश्मीर में ऐसे बसेंगे कि फिर कोई विस्थापित न कर सके। धैर्य के साथ अपना प्रयास जारी रखना है। संपूर्ण भारत का अभिन्न अंग बन कर कश्मीर में बसना और रहना है।

मोहन भागवत ने आगे कहा कि ‘परिस्थितियों में हमारी कसौटी होती है। हमें अपने धैर्य साहस के माध्यम से ही उसी परिस्थिति को पार सकते हैं। हम आज ही अपने ही देश में अपने घर में विस्थापित होने का दंश झेल रहे हैं और यह परिस्थिति तीन-चार दशकों से लगातार चल रही है। परंतु इसके आखिरकार क्या उपाय है। पहला उपाय है हमनें इस परिस्थिति को पार करके विजय पाने का संकल्प लेना है। जैसे कल आपने संकल्प लिया अगले वर्ष अपने घर में अपने प्रदेश में नवरेह मनाएंगे। यही सबसे बड़ी बात है।’

कश्मीरी पंडितों पर आधारित फिल्म ‘द कश्मीरी फाइल्स’ पर बोलते हुए भागवत ने कहा कि कई लोग इस पर आपत्ति जता रहे हैं, अपना विश्लेषण दे रहे हैं। लेकिन कुछ ही लोग हैं जिन्होंने इसका समर्थन किया है और कहा है कि सच दिखाया गया है। फिल्म ने हमें सिर्फ सच नहीं दिखाया, इसने हमें झकझोर दिया।