हरदोई:
लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या ने “जगेगा बहुजन, बढ़ेगा बहुजन, हुक्मरान बनेगा बहुजन” अभियान के तहत हरदोई के गांव अहिरी का दौरा किया और बहुजन समाज के लोगों के साथ एक भीमचर्चा की तथा लक्ष्य संगठन के नववर्ष के कैलेंडर भी वितरित किये । इस मौके पर महापुरुषों के सम्मान में जोशीले नारे भी लगाए गए ।

जिस समाज के नेता चमचा प्रवृत्ति के हों उस समाज का भविष्य अंधकार में ही होगा । ऐसे नेता चमचा युग को बढ़ावा देतें है वैसे तो ऐसे नेता अम्बेडकरवादी होने का ढोंग करते हैं और समाज को गुमराह करने के लिए महापुरुषों का नाम जोरशोर से लेते हैं, चुनाव के समय ऐसे नेता एक पार्टी में मलाई चाटने के बाद दूसरी पार्टी ढूंढते हैं और अपने आका की खिदमत में तरह-तरह के कसीदे पढ़ते हैं और तभी इनको समाज के लोगों के हकों की याद आती है। बार-बार ये दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक व शोषितों जैसे शब्दों का उच्चारण करते हैं और चुनाव के समय अपने स्वार्थ में माहौल को गर्म करने का प्रयास करतें है । चुनावी अखाड़े में लड़ने की बजाय भगदड़ मचाते हैं अर्थात् वे समाज के लोगों का ध्यान भटकाते हैं, ताकि समाज के लोग इनसे समाज हित में किए गए संघर्ष के बारे में सवाल ना करें। यह बात लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या ने भीमचर्चा के दौरान कही ।

उन्होंने कहा कि मनुवादी मीडिया भी ऐसे चमचा प्रवृत्ति के नेताओं को समाज का कद्दावर नेता स्थापित करने का प्रयास करती है तथा उनकी क़ाबिलियत और उनके जनाधार के बारे में जोरशोर से भ्रामक प्रचार करते हैं, ताकि भोला-भाला समाज ऐसे नेताओं का पिछलग्गू बना रहे जिससे समाज अपने अधिकारों के बारे सोच भी ना सके ।

लक्ष्य कमांडर ने मान्यवर कांशीराम साहब के संघर्ष की चर्चा करते हुए कहा कि इन्ही चमचा प्रवृत्ति के नेताओं ने मान्यवर कांशीराम साहब को भी धोखा दिया था। इसीलिए उन्होंने इनके लिए चमचा युग किताब लिखी थी और समाज को इनसे सावधान रहने की सलाह दी थी ।

लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या ने कहा कि इस बार भी इन चमचा प्रवृत्ति के नेताओं की बाढ़ सी आ गई है और ये सभी नेता अपने स्वार्थ में महापुरुषों के संघर्ष को पीछे ढकेलते दिखाई दे रहें हैं। ऐसे नेताओं को मनुवाद की गोद में बैठकर भी अम्बेडकरवाद दिखाई दे रहा है । उन्होंने ऐसे नेताओं को ललकारते हुए कहा कि समाज को इतना नासमझ मत समझो, समाज अब जागरूक होने लगा है समय आने पर समाज ऐसे नेताओं को अच्छा मजा चखायेगा ।