तौक़ीर सिद्दीक़ी
यूपी विधानसभा चुनाव में भले ही अभी कुछ महीने बाकी हैं मगर राजनीतिक पार्टियों द्वारा जोड़ तोड़ की पॉलिटिक्स पूरे शबाब पर है. दूसरे दलों के नेताओं का तोड़ना अब एक आम बात है. जैसे जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं नेताओं का मन भी बदलने लगा है, हवा किधर बह रही है इसका अंदाज़ा इन नेताओं को बखूबी रहता है और वह हवा के उसी बहाव में बहने लगते हैं, यह वह नेता होते हैं जिन्हे सिर्फ हवा के साथ चलना पसंद होता है और हवा इस समय सपा की ओर बहती दिख रही है. यही वजह है कि छोटी छोटी महत्वपूर्ण पार्टियां और राजनेता साइकिल की सवारी करने को बेताब हैं.

इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी के पूर्व नेता लालजी वर्मा और रामअचल राजभर आज सपा कार्यालय में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ पत्रकार वार्ता शेयर करते नज़र आये. यह दोनों नेता आगामी सात नवंबर को अंबेडकरनगर में आयोजित होने वाली चुनावी रैली में औपचारिक रूप से सपा में शामिल होंगे।

पत्रकार वार्ता में अखिलेश ने हमेशा की तरह भाजपा सरकार को एकबार फिर घेरा। अखिलेश ने कहा कि झूठ के दलदल का फूल अब मुरझाने वाला है. उन्होंने आज एक और महत्वपूर्ण बात कही, अखिलेश ने कहा कि पंजाब, उत्तराखण्ड और यूपी विधानसभा चुनावों को देखते हुए हो सकता है भाजपा सरकार तीनों काले कृषि कानून वापस ले ले और चुनाव ख़त्म होते ही उसी तरह का कोई कानून फिर लागू कर दे, क्योंकि अपने उद्योगपति मित्रो को नाराज़ करने की उसमें हिम्मत नहीं जो पहले ही अनाजों के गोदाम बना चुके हैं, सपा प्रमुख ने आज यूपी में पीएम मोदी द्वारा मेडिकल कालेजों के उद्घाटन पर भी भाजपा सरकार को घेरा। अखिलेश ने पूछा तब कहाँ थे यह लोग जब प्रदेश में कोरोना से लोग मर रहे थे, ऑक्सीजन के लिए भटक रहे थे.

कुशीनगर हवाई अड्डे के लोकार्पण पर भी अखिलेश ने चुटकी ली. अखिलेश ने कहा कि इस ग़लतफ़हमी न रहिएगा कि ये लोग उद्घाटन करने गए थे. दरअसल जब किसी इंसान को कोई खरीदना या बेचना होता है तो उस घर को लोग देखने जाते हैं, यह लोग भी देखने ही गए थे और जैसे ही मौका मिलेगा बेच देंगे।

अखिलेश ने भाजपा को झूठ का फूल बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का सीधा निशाना है भाजपा सर्कार को हटाना, उन्होंने कहा कि ये लोग झूठ का फूल खिलाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन जनता जागरूक है और बहुत संभव है कि जनता सपा को 400 सीटें जीतकर सरकार बनवा दे.