टीम इंस्टेंटखबर
ज्ञानव्यापी मस्जिद विवाद में आज उस वक्त एक नया मोड़ आ गया जब सर्वे के दौरान हिन्दू पक्ष मस्जिद के वुजूख़ाने के तालाब से एक शिवलिंग मिलने का दावा किया। मामला संवेदनशील होनेके कारण हिन्दू पक्ष के इस दावे पर वाराणसी की अदालत ने उस स्थान की फ़ौरन सुरक्षा करने के आदेश जारी किये। अदालत के इस आदेश के बात भाजपा नेता जहाँ इसे सत्य की जीत बता रहे हैं वहीँ असदुद्दीन ओवैसी इसे बाबरी मस्जिद दोहराने की साज़िश बता रहे हैं.

इस नए घटनाक्रम के बाद ओवैसी ने कहा कि यह 1949 की बाबरी मस्जिद की घटना को दोहराने की साज़िश है. ओवैसी ने कहा कि यह आदेश ही मस्जिद के धार्मिक स्वरूप को बदल देता है। यह 1991 के एक्ट का उल्लंघन है। यह मेरी आशंका थी और यह सच हो गया है। ज्ञानवापी मस्जिद क़यामत तक मस्जिद ही रहेगी।

वहीँ भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि शिव ही सत्य है.