नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक संघर्ष के करीब एक सप्‍ताह बाद चीन की सेना ने स्‍वीकार किया है कि उनका कमांडिंग ऑफिसर इस दौरान मारा गया था. NDTV को सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, चीनी सेना की ओर से यह बात दोनों देशों के बीच सैन्‍य स्‍तर की बातचीत के दौरान स्‍वीकार की गई.

45 चीनी सैनिकों के मारे जाने की खबर
गौरतलब है क‍ि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. झड़प में चीनी पक्ष के करीब 45 सैनिकों के मारे जाने या बुरी तरह से घायल होने की खबर सामने आई थी. हालांकि चीन ने हिंसक संघर्ष बाद अपने मारे गए या घायल सैनिकों की संख्‍या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी.

कर्नल संतोष बाबू को निशाना बनाने के बाद छिड़ा संघर्ष
जानकारी के अनुसार, लद्दाख में हिंसक झड़प उस समय शुरू हुई थी जब भारतीय सैनिक सीमा के भारत की तरफ चीनी सैनिकों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाने गए थे. चीन ने 6 जून को दोनों पक्षों के लेफ्टिनेंट जनरल-रैंक के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद इस टेंट को हटाने पर सहमति जताई थी. सूत्रों ने कहा कि चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय कर्नल बीएल संतोष बाबू को निशाना बनाने के बाद एक शारीरिक संघर्ष छिड़ गया और दोनों पक्षों के बीच डंडों, पत्‍थरों और रॉड का जमकर इस्‍तेमाल हुआ था.

बातचीत जारी
लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के बाद एलएसी के आसपास तनाव की स्थिति है. दोनों देशों की बीच सैन्‍य स्‍तर की बातचीत जारी है लेकिन इसमें अभी तक कोई अंतिम नतीजे पर पहुंचा नहीं जा सका है.