स्पोर्ट्स डेस्क
जब हालात मुखालिफ हों तो इंसान को वही काम करना चाहिए जो वह कर सकता है बाकी सब आने वाली परिस्थितियों पर छोड़ देना चाहिए। टी 20 विश्व कप में भारत की पोजीशन भी बिलकुल वैसी ही है. अपने शुरूआती दो मैचों में हार के बाद सेमीफाइनल में उसके पास पहुँचने का सिर्फ एक मौका यह है कि वह अपने बचे हुए दो मैच मार्जिन से जीते और देखे कि बाकी टीमें क्या कर कर रही हैं. क्योंकि दूसरी टीमों के मैचों पर तो वह कोई प्रभाव नहीं डाल सकती, बस अपने शेष मैचों को बड़े मार्जिन से जीत कर अपना नेट रन रेट सुधार सकती है. भाग्य मेहरबान रहा और ग्रुप में कोई अपसेट हुआ तो दूसरी टीम का फैसला नेट रन तट पर ही होगा।

फिलहाल टीम कल दुबई में स्कॉटलैंड से भिड़ने जा रही है जिसपर विराट सेना बड़ी हासिल कर नेट रन रेट को और सुधारना चाहेगी।

रोहित, उनके सलामी जोड़ीदार केएल राहुल और ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने अफगानों के खिलाफ तूफानी पारियां बिखेरी और वे शुक्रवार की शाम को स्कॉटलैंड पर टूटेंगे तो कल्पना की जा सकती है कि एक और जबरदस्त स्कोर सामने होगा।

आखिरी दो अगर उन्हें कप्तान कोहली की पसंद के रूप में बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है तो उन्हें लाइन-अप में उनसे ऊपर रखा जाता है। न्यूजीलैंड के खेल को याद करने के बाद टीम में वापस, सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए भी होंगे, और ऐसा ही ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा भी होगा।

यदि बल्लेबाजी आक्रामक थी, तो भारत की गेंदबाजी भी अफगानिस्तान के खिलाफ शानदार थी। अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टी20 इंटरनेशनल में चार साल के अंतराल के बाद एक शानदार स्पेल के साथ अपनी वापसी की जश्न मनाया। अश्विन ने न केवल दो विकेट लिए, बल्कि गेंद के साथ बहुत किफायती भी थे, उन्होंने चार ओवरों के अपने पूरे कोटे में केवल 14 रन दिए।

कप्तान कोहली अश्विन की वापसी से खुश थे और खेल के बाद उनके प्रयास की सराहना की। अश्विन इसलिए आए क्योंकि वरुण चक्रवर्ती को चोट लगी थी और यह भी साफ होने लगा है कि चक्रवर्ती बड़े दबाव वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार नहीं है और इसकी संभावना नहीं है कि वह टूर्नामेंट में आगे भी खेलेंगे।

तेज गेंदबाजी में बुमराह बेहतर कर रहे थे लेकिन शमी ने भी अफगानिस्तान के खिलाफ तीन विकेट लेकर शानदार वापसी की। ऐसे में स्कॉटलैंड के खिलाफ भारत के संयोजन के साथ छेड़छाड़ करने की संभावना नहीं है।

जहां तक ​​स्कॉटलैंड का सवाल है तो उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार मैच खेला जिसको कीवी टीम ने 16 रनों से जीत लिया लेकिन स्कॉटलैंड के लिए एक चौंकाने वाली जीत ने भारत का काम बहुत आसान कर दिया होता।

वहीँ कल न्यूज़ीलैण्ड का मैच नामीबिया से है. कीवी टीम भी इस मैच को जीतकर अपने अंक और रन रेट दोनो को बढ़ाने मैदान में उतरेगी। चूँकि यह मैच दिन में है इसलिए टीम इंडिया को इसके नतीजे का आंकलन करने का मौका भी मिलेगा और स्कॉटलैंड के खिलाफ मैच में रणनीति बनाने में उसको मदद भी मिलेगी। फिलहाल टीम इंडिया का सिर्फ एक ही लक्ष्य होना चाहिए, स्कॉटलैंड को बड़े मार्जिन से हराना, करीबी जीत से उसका काम नहीं बनने वाला।