नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इस समय ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज खेलने सिडनी पहुंची है। जहां पर दोनों टीमों के बीच 27 नवंबर से 3 मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच खेला जायेगा। अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में बात करें तो भारतीय टीम दूसरे पायदान पर काबिज है तो ऑस्ट्रेलिया की टीम चौथे पायदान पर है। इसके बावजूद दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। दोनों टीमों के बीच 6 दिसंबर, 1980 को पहला वनडे मुकाबला खेला गया था और तब से लेकर अब तक ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर दोनों टीमों के बीच 51 वनडे मैच खेले जा चुके हैं।

दोनों टीमों के बीच पिछले 40 साल में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर खेले गये मैचों के रिकॉर्ड की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई टीम का पलड़ा काफी भारी नजर आता है जिसने भारतीय टीम को 36 बार हराने का काम किया है जबकि भारतीय टीम को सिर्फ 13 मैचों में ही जीत मिली है। हालांकि पिछले 5 सालों की बात करें तो भारतीय टीम का पलड़ा कंगारुओं पर भारी रहा है।

पिछले 5 सालों में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर 2 वनडे सीरीज खेली गई है जिसमें जनवरी 2016 में खेली गई सीरीज में कंगारू टीम ने भारत को 4-1 से हराने का काम किया थो 2019 में भारतीय टीम ने 2-1 से सीरीज अपने नाम की थी। वहीं भारतीय सरजमीं पर भी दो बार दोनों टीमों के बीच मुकाबला हुआ है। 2019 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2-3 से भारत को हराने का काम किया था तो वहीं इस साल की शुरुआत में खेली गई सीरीज में भारतीय टीम ने 2-1 से जीत अपने नाम की थी।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज के पहले 2 मुकाबले सिडनी के मैदान पर आयोजित होने हैं, जहां पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड काफी डराने वाला है। इस मैदान पर दोनों टीमों के बीच अब तक 17 मुकाबले खेले गये हैं जिसमें से महज 2 बार ही भारतीय टीम को जीत हासिल हुई है जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 14 बार जीत हासिल की है। 2016 में खेली गई सीरीज में भारत को सिर्फ एक जीत मिली थी वह सिडनी के मैदान पर आई थी जबकि इससे पहले 2008 में खेले गये एक मैच में भारतीय टीम ने 6 विकेट से जीत हासिल की थी।

दोनों टीमों के बीच खेले गये मुकाबलों पर नजर डालें तो आंकड़े भले ही भारतीय टीम के पक्ष में नहीं नजर आ रहे हैं, लेकिन विराट कोहली की कप्तानी वाली इस टीम में कई मैच विनर्स हैं जो अपने दम पर इतिहास को बदलने का दम रखते हैं। दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 145 मैच खेले गये हैं जिसमें से 78 बार कंगारू टीम ने तो 52 बार भारतीय टीम ने बाजी मारने का काम किया है।