इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर क्षेत्र में देश की अग्रणी कंपनियों में से एक, टाटा पावर ने अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) के साथ सहयोग किया है। इस सहयोग के अंतर्गत, शहर के विभिन्न सार्वजनिक पार्किंग स्थानों पर ईवी चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित किये जायेंगे। इस रणनीतिक साझेदारी का उद्देश्य अयोध्या जैसे पावन शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी लाना और परिवहन के स्‍थायी समाधानों को प्रोत्साहित करना है।

इससे सम्बंधित आधिकारिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर अयोध्या में हस्ताक्षर किये गए। इस अवसर पर अयोध्या के प्रमंडल आयुक्त श्री गौरव दयाल, श्री नीतिश कुमार – जिलाधिकारी अयोध्या ,अयोध्या विकास प्राधिकरण के वाइस-चेयरमैन श्री विशाल सिंह, और टाटा पावर के हेड-बिजनेस डेवलपमेंट (ईवी चार्जिंग) श्री वीरेंद्र गोयल सहित कई सम्‍मानित अधिकारी उपस्थित थे। स्‍थायी परिवहन को बढ़ावा देने पर मजबूत फोकस के साथ टाटा पावर और अयोध्या विकास प्राधिकरण का ध्यान इस शहर में स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों को अपनाने में तेजी लाने पर केन्द्रित है।

इस सहयोग के तहत, टाटा पावर ने आम लोगों के लिए उपलब्ध प्रमुख स्थानों में ईवी चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित करने का प्रस्ताव किया है। इन स्थानों में पार्किंग सूर्य कुंड, गुप्तार घाट, जलकल विभाग के सामने अमानीगंज बहुस्तरीय पार्किंग (एमएलसीपी), अयोध्या रेलवे स्टेशन के निकट कौशेष कुंज एमएलसीपी पार्किंग, अयोध्या के पूर्वी और पश्चिमी किनारों पर टेढ़ी बाज़ार एमएलसीपी पार्किंग, और अयोध्या में कलक्‍टरेट ऑफिस पार्किंग शामिल हैं। इन स्थानों को रणनीतिक रूप से चुना गया है, ताकि ईवी का प्रयोग करने वालों के लिए सुविधाजनक और सुगम चार्जिंग सुविधायें प्रदान की जा सकें। इससे पूरे शहर में लोगों को ईवी चार्जिंग का निर्बाध अनुभव प्राप्त होगा।

अयोध्या अपने पावन तीर्थ के लिए प्रसिद्ध है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जहाँ दुनिया भर से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी और पर्यटक आते हैं। इस दृष्टिकोण से ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण के साथ इस साझेदारी का अपना अलग महत्व है। यह साझेदारी शहर के निवासियों, तीर्थयात्रियों, और पर्यटकों के लिए परिवहन के स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल साधनों का रुख करने के महत्व के बारे में एक प्रभावशाली सन्देश है। इससे इस पावन शहर की पवित्रता को संरक्षित करते हुए एक ज्यादा स्‍थायी तथा पर्यावरण को लेकर सजग समाज के निर्माण में मदद मिलेगी।

उत्तर प्रदेश का नया इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण और गतिशीलता नीति -2022 एक अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने, निवेश को आकर्षित करने और सतत विकास में योगदान करने के लिए तैयार है। इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने, बैटरी निर्माण लागत को कम करने, चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने और रोजगार के अवसर पैदा करने को बढ़ावा देकर, नीति निजी क्षेत्र के निवेश और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में प्रगति के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश को तैनात करती है ।