एसबीआई ने अपने कर्ज की दर या मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में बढ़ोतरी कर दी है. इसके बाद एसबीआई से लोन लेना महंगा होगा और ईएमआई पर ज्यादा पैसा खर्च करना होगा. भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट में इजाफा करने के बाद लोन महंगा करने वाले बैंकों की लिस्ट में अब देश के सबसे बड़े बैंक की भी एंट्री हो गई है.

बीते साल 2022 में उच्च स्तर पर पहुंची महंगाई को काबू में करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक के बाद एक लगातार पांच बार नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की थी. आरबीआई के इन सख्त कदमों से भले ही लोगों पर बोझ बढ़ा हो, लेकिन महंगाई दर तय दायरे में आ गई. हालांकि, महंगाई काबू में आने के बाद रिजर्व बैंक ने रुख नहीं बदला और इस साल की पहली MPC Meet में एक बार फिर रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान कर दिया.

इस बार रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स या 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई और इसके साथ ही रेपो रेट बढ़कर 6.50 फीसदी हो गया. हर बार की तरह रेपो रेट बढ़ने के बाद तमाम बैंकों द्वारा कर्ज की दरें बढ़ाने की जो आशंका थी, उसके अनुरूप देखने को भी मिल रहा है.

RBI Repo Rate Hike के बाद कई बैंकों ने अपना कर्ज महंगा कर दिया. अब इस लिस्ट में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का नाम भी जुड़ गया है. एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, SBI ने एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है. इस फैसले के बाद होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन या पर्सनल लोन समेत सभी तरह के कर्ज महंगे हो गए हैं और ईएमआई बढ़ गई है. यहां बता दें कर्ज की बदली हुई दरें बुधवार 15 फरवरी 2023 से लागू हो गई हैं. ताजा बढ़ोतरी के बाद एसबीआई की लोन दरों में जो चेंज आया है, उसके मुताबिक एक दिन के लोन के लिए एमएलसीआर 7.85 फीसदी से बढ़कर 7.95 फीसदी हो गया है.