मोहम्मद आरिफ नगरामी मुसलमानों की आबादी के तअल्लुक से वक्त वक्त पर एक फितना खडा किया जाता रहा है कि मुसलमान चार चार शादियां रचा कर दर्जनों की तादाद में लडके पैदा