-डॉ. सौरभ मालवीय नवरात्र हवन के झोंके, सुरभित करते जनमन को। है शक्तिपूत भारत, समरस हो जनमन में ॥ नव सम्वत् पर संस्कृति का, सादर वन्दन करते हैं। हो अमित ख्याति भारत की, हम अभिनन्दन करते हैं॥ २ अप्रैल से विक्रम सम्वत् २०७९ का प्रारम्भ हो गया है। विक्रम सम्वत् को नव संवत्सर भी कहा जाता है। संवत्सर पांच प्रकार के होते हैं, जिनमें सौर, चन्द्र, नक्षत्र, सावन और अधिमास सम्मिलित…