Tag Archives: najeeb qasmi

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सूर्य और चंद्रमा ग्रहण अल्लाह की दो अहम निशानियाँ

डॉ0 मुहम्मद नजीब क़ासमी संभली रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार, 25 अक्टूबर, 2022 को आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। खगोलशास्त्री की तहक़ीक़ के अनुसार सूर्य ग्रहण कई प्रकार के होते हैं: पूर्ण सूर्य
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देश की आजादी में उलमाओं के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता

डॉक्टर मोहम्मद नजीब कासमी सम्भली भारत में विभिन्न रंगों के, विभिन्न भाषा बोलने वाले और विभिन्न धर्मों के मानने वाले लोग लम्बे समय से रहते चले आ रहे हैं। मक्का मुकर्रमा में
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मुहर्रम का महीना पवित्र महीनों में से एक है

डॉक्टर मुहम्मद नजीब क़ासमी मुहर्रम इस्लामी साल का पहला महीना है, यानी मुहर्रम से हिजरी साल का आग़ाज़ और ज़िलहिज्जा पर हिजरी साल इखतेताम होता है, नीज़ मुहर्रम उन चार महीनों में
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ह़ुक़ूक़-ए-इंसान क़ुरान व ह़दीस़ की रोशनी में

डॉ0 मुहम्मद नजीब क़ासमी संभली शरियत-ए-इस्लामिया ने हर शख़्स़ (व्यक्ति) को मुकल्लफ़ (ज़िम्मेदार) बनाया है कि वह अल्लाह तआला के ह़ुक़ूक़ (अधिकारों) के साथ ह़ुक़ूक़ुल इबाद यानी इंसानों के ह़ुक़ूक़ (अधिकारों) की
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ईद उल-अजहा की नमाज पढ़ने और कुर्बानी का तरीका

डॉक्टर मुहम्मद नजीब क़ासमी ईद उल-अजहा की नमाज: ईद उल-अजहा के दिन दो रकाअत नमाज़ जमाअत के साथ अदा करना वाजिब है। ईद उल-अजहा की नमाज़ का वक़्त सूरज के निकलने के
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मदरसों में भी ऑनलाइन क्लासें शुरू करना बेहद ज़रूरी

डॉ० मोहम्मद नजीब कासमी सम्भली कोरोना वबाई मर्ज के फैलाव के कारण विश्व में जगह जगह, विशेष कर हमारे देश में पिछले साल से कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिस
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गणतंत्र भारत का संविधान और वर्तमान सरकार

डॉक्टर मोहम्मद नजीब कासमी सम्भली भारत में विभिन्न रंगों के, विभिन्न भाषा बोलने वाले और विभिन्न धर्मों के मानने वाले लोग लम्बे समय से रहते चले आ रहे हैं। मक्का मुकर्रमा में
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ग़ीबत, ऐबजोई, तानाज़नी और नाहक़ माल हड़पना जहन्नम में ले जाने वाले गुनाह हैं

डॉ॰ मुहम्मद नजीब क़ासमी संभली सूरह अलहुमज़ा का तर्जुमा: बड़ी खराबी है उस शख़्स की जो पीठ पीछे दूसरों पर ऐब लगाने वाला, (और) मुँह पर ताने देने का आदी हो, जिसने