firdaus khan

संजीव कुमार: ख़्वाब, जो हक़ीक़त हुआ…

संजीव कुमार की पुण्यतिथि 6 नवंबर पर विशेष -फ़िरदौस ख़ान मुम्बई मायानगरी है, ख़्वाबों का शहर है। एक ज़माने से…

नवम्बर 4, 2022

रहें न रहें हम, महका करेंगे…

मजरूह सुल्तानपुरी की जयंती 1 अक्टूबर पर विशेष -फ़िरदौस ख़ान गीत जब ज़ुबान पर चढ़ जाते हैं, तो वे सीधे…

अक्टूबर 1, 2022

ज़िन्दगी की सांझ में बुज़ुर्गों का सहारा बनें

अंतरराष्ट्रीय बुज़ुर्ग दिवस (एक अक्टूबर) पर विशेष -फ़िरदौस ख़ान -फ़िरदौस ख़ान मां-बाप बड़े लाड़-प्यार से बच्चों की परवरिश करते हैं।…

अक्टूबर 1, 2022

अपनी भाषा हिन्दी पर गर्व करें

-फ़िरदौस ख़ान फ़िरदौस ख़ान हर भाषा की अपनी अहमियत होती है। फिर भी मातृभाषा हमें सबसे प्यारी होती है, क्योंकि…

सितम्बर 13, 2022

मिलावटी मिठाइयों का बढ़ता कारोबार

-फ़िरदौस ख़ान त्यौहार के दिनों मे बाज़ार में नक़ली मावे और पनीर से बनी मिठाइयों का कारोबार ज़ोर पकड़ लेता…

अक्टूबर 26, 2021

रंग कुछ कहते हैं…

-फ़िरदौस ख़ान मानव सभ्यता में रंगों का काफ़ी महत्व रहा है. हर सभ्यता ने रंगों को अपने तरीक़े से अपनाया.…

अक्टूबर 1, 2021