Tag Archives: badal saroj

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गिर रहे हैं और भी पुल, और बहुत सारे!!

(आलेख : बादल सरोज) कुछ हजार करोड़ में बने और अभी-अभी प्राण-प्रतिष्ठित बताये जाने वाले अयोध्या के मन्दिर की रिसन और उसकी ओर जाने वाली सड़कों का पाताल में समाना रुका भी
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संघ-भाजपा सीजन-2 से शुरू हुआ लड़खड़ाता मोदी 3.0

(आलेख : बादल सरोज) चुनाव खत्म होते ही घरेलू मेलोड्रामा का सीजन-2 शुरू हो गया। सीजन-1 का क्लोजिंग शॉट “अब हम बड़े हो गए हैं, अब हमें आर एस एस की मदद
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एनडीए के कंधे पर चढ़कर बेताल की वापसी के मंसूबे साधती भाजपा

(आलेख : बादल सरोज) चुनाव के पहले ही चुनाव बाद की सौ दिन की योजना का जो एलान किया गया था, उसकी शुरुआत लेखिका और एक्टिविस्ट अरुंधती राय और कश्मीर के शिक्षाविद
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न नीट, न क्लीन, नियुक्ति भी मलिन!!

(आलेख : बादल सरोज) बुजुर्गवार कह गए हैं कि इच्छाओं की कोई सीमा नहीं होती, वे लालच से लालसा में परिवर्तित होते हुए हवस तक पहुँचने की सम्भावनाओं से भरी होती हैं।
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अयोध्या पर धावा : हिन्दू वही जो मोदी को जिताएं!

(आलेख : बादल सरोज) 4 जून को चुनाव नतीजे क्या आए, अयोध्या और अयोध्यावासियों – जिनमे जाहिर है कि राम भी शामिल ही हैं –  की जान ही सांसत में आ गयी
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कुलविंदर का हाथ और कंगना का गाल

(आलेख : बादल सरोज) गुरुवार की दोपहर चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर जो घटा, उसके बाद की वीडियोज कुलविंदर कौर जी की भी हैं और कंगना रनौत जी की भी हैं – मगर
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… क्या डर है, जिसको छुपा रहे हो!!

(आलेख : बादल सरोज) लगने को तो अनेक को लग सकता है कि हमारे प्रधानमंत्री जी बड़े विनोदी हैं, मजाकिए भी हैं। हालांकि अगर ऐसा लगता है तो कोई अजीब बात भी
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गांधी मैदान ने नानी याद दिलाई : परिवार की ढूंढ-तलाश में निकले मोदी

(आलेख : बादल सरोज) जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें करीब आ रही हैं, मोदी और उनकी पार्टी, जिसका नाम अभी तक भाजपा है, की बेचैनी और घबराह्ट बढ़ती ही जा रही हैं। स्वाभाविक
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एसबीआई 2014 से ही है खालाजी का घर

(टिप्पणी : बादल सरोज) बात 2014 की है। अभी सेहरा बंधने के निशान मिटे भी नहीं थे – संसद की सीढियां उन पर बहाए गए आंसुओं से अभी भी गीली थी …