Tag Archives: badal saroj

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अयोध्या कांड : हिन्दू राष्ट्र की ओर बढ़ने की हड़बड़ी में संघी कुनबा

(आलेख : बादल सरोज) लोकसभा चुनाव के पहले अभूतपूर्व तामझाम के साथ अयोध्या में जिस राम मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी थी, अचानक 22 महीने बाद उसके ध्वजारोहण के नाम पर
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चौंकाने से ज्यादा चिंतित करते हैं बिहार चुनाव के नतीजे

(आलेख : बादल सरोज) 14 नवम्बर को घोषित हुए बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे सचमुच अप्रत्याशित हैं । संसदीय लोकतंत्र में अनुमान के जितने भी पैमाने हैं, उनमें से कोई भी इस
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बिहार चुनाव : बिगड़े सुर, बेसुरी तान, अटपटे बोल, सन्निपात में एनडीए!

(आलेख : बादल सरोज) बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों में होने वाले मतदान के पहले चरण का अभियान पूरा हो चुका है। यूं तो पिछले कोई तीन दशक से बिहार के
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नागपुर में सनातन जाप और संविधान पर उछलता जूता!!

(आलेख : बादल सरोज) मजमून के मुकाबले जूते के चलने को अपने शेर में “बूट डासन ने बनाया, मैंने एक मजमूँ लिखा / मेरा मजमून रह गया डासन का जूता चल गया”
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नफरती एजेंडे की बलिवेदी पर चढ़ा कुंभ का मेला

(आलेख : बादल सरोज) एक महीने तक चलने वाले कुंभ मेले का आरम्भ हो गया है। कुंभ, उसमें भी इलाहाबाद – जिसे अब प्रयागराज कहने का हुक्म है — का कुंभ पृथ्वी
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यत्र-तत्र-सर्वत्र मिनी पाकिस्तान ढूंढती नैनो बुद्धि

(आलेख : बादल सरोज) घूम-फिरकर कुनबा फिर अपने प्रिय पाकिस्तान की पनाह में पहुँच गया है। इस बार कोलम्बस बने हैं महाराष्ट्र की चार इंजिन वाली सरकार के मछली जल की रानी
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सिर्फ कैलेंडर के बदलने से नहीं बदलेंगे हालात

(आलेख : बादल सरोज) नववर्ष की शुभकामनायें, और जैसा कि कहे जाने का रिवाज़ है उसके साथ कि, यह नया साल – 2025 – आपके लिए पिछले सभी वर्षों की अपेक्षा बेहतर
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संविधान पर बहस : बोले तो बहुत — मगर बताने के लिए कम, छुपाने के लिए ज्यादा

(आलेख : बादल सरोज) 🔵 संविधान पर हुई बहस में प्रधानमंत्री मोदी लगभग दो घंटा बोले, मगर ठीक वही बात नहीं बोली, जो बोलनी थी। लोकसभा में अपने कुल 110 मिनट के
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व्हाइट हाउस में जचगी और यहां सोहर का शोर

(आलेख : बादल सरोज) इस बार 5 नवम्बर को सभी को चौंकाते हुए, जो आदमी, अमरीका के राष्ट्रपति का चुनाव जीता है, यह निर्लज्ज नस्लवादी, अंग्रेजी में बोले तो रेसिस्ट बन्दा है