नई दिल्ली
कोरोना के बाद मंकीपॉक्स नाम की बीमारी ने पूरी दुनिया के होश उड़ा रखे हैं, हालाँकि अभी तक इस बीमारी से दुनिया में एक मौत की ही खबर है लेकिन जिस तरह से यह बीमारी एक देश से दुसरे देश में मिल रही उससे विश्व स्वास्थ्य संगठन भी बहुत चिंतित है. भारत में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन गाज़ियाबाद में एक बालिका में कुछ उस तरह के लक्षण ज़रूर मिले हैं. बालिका की ब्लड रिपोर्ट जांच के लिए भेजी जा चुकी है ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं यह मंकीपॉक्स तो नहीं है, हालाँकि बच्ची स्वस्थ है और उसके किसी भी ऐसे व्यक्ति से सपर्क की कोई रिपोर्ट नहीं है जिसने हाल ही में कोई विदेश यात्रा की हो.

मंकीपॉक्स के मामलों की बढ़ती रिपोर्टों के मद्देनजर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को देश भर में अग्रिम तैयारी सुनिश्चित करने के लिए ‘मंकीपॉक्स रोग के प्रबंधन पर दिशानिर्देश’ जारी किए हैं. उन दिशानिर्देशों के अनुसार, पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (पीसीआर) और/या अनुक्रमण द्वारा वायरल डीएनए के अद्वितीय अनुक्रमों का पता लगाकर मंकीपॉक्स वायरस के लिए एक पुष्ट मामले की पुष्टि की जा सकती है. दिशानिर्देशों में कहा गया है, “सभी नैदानिक ​​नमूनों को संबंधित जिले / राज्य के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के माध्यम से आईसीएमआर-एनआईवी (पुणे) की शीर्ष प्रयोगशाला में भेजा जाना चाहिए.”