शेखुल इस्लाम हजरत सैयद मदनी मियां अशरफी की हिदायत पर फाजिले बगदाद सैयद हसन असकरी मियां को सैयद मोहम्मद अख्तर गुल अशरफ किछौछवी का जांनशीन मुकर्रर किया है। इसकी रस्म अदायगी के मौके पर खानवादा-ए-अशरफिया की खास मौजूदगी रही।

गौरतलब है कि सैयद मोहम्मद अख्तर गुल बाबा विगत 31 अगस्त की रात 10 बजे जबलपुर में ही इस दुनिया-ए-फानी से रुखसत हुए थे। इंतकाल के बाद एक सितम्बर की अलसुबह 5 बजे गुल बाबा के पाक शव को उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर जिले के किछौछा शरीफ रवाना किया गया। जहां पर एक सितम्बर को ही मगरिब की नमाज के बाद किछौछा स्थित आस्ताना-ए-अमीरे मिल्लत में तयशुदा जगह पर तदफीन किया गया। गुल बाबा महान सूफी संत थे, मुल्क के साथ विदेशों में भी आपके बड़ी संख्या में मुरीदैन मौजूद हैं।

विगत 3 सितम्बर को गुल बाबा के तीजे के फातेहा के मौके पर आपके इकलौते हकीकी भांजे सैयद हसन असकरी मियां को शेखुल इस्लाम की हिदायत पर जांनशीन बनाया गया। इस खास मौके पर खानवादा-ए-अशरफिया के सैयद अजमल अशरफ, सैयद मौहम्मद अशरफ, सैयद जहांगीर मियां के दामाद सैयद निजाम अशरफ,उनके बेटे जमील मियां, सैयद आलमगीर अशरफ, सैयद समदानी अशरफ.सैयद माज अशरफ सैयद मोहम्मद जुनैद अशरफ सैयद डॉक्टर मोहम्मद अशरफ सैयद अकील मियाँ साहब मौजूद रहे। जिसमें कोविड 19 के गाइड लाइन का पूरी तरह पालन किया गया