हेलमेट मैन ऑफ इंडिया की वजह से आज अपने शहर इंदौर सुरक्षित पहुंच पाया. एक हफ्ता पहले 12 फरवरी को इंदौर का एक रोमी नाम का व्यक्ति दिल्ली की सड़कों पर उपहार में हेलमेट पाया था और 18 फरवरी को उसे एक नया जीवन उपहार के रूप में मिला. भारत में हर साल करीब साढ़े चार लाख सड़क हादसे में एक लाख छप्पन हजार से अधिक लोगों की मौत हो जाती है. जिनमें 49000 लोग हेलमेट ना पहनने की वजह से भारत की सड़कों पर दम तोड़ देते है, यानि प्रति घंटे 5 से 6 लोगों की मौत हेलमेट ना पहनने की वजह से हो रही है और एक शख्स हर दिन सड़कों पर लोगों को फ्री हेलमेट पहना कर दूसरो की जान बचा रहा है जिन्हें वह लोगो को जानता तक भी नहीं है.

ऐसे ही एक सच्ची घटना फिल्म की तरह है. रोमी नाम का व्यक्ति इंदौर से चलकर दिल्ली पहुंचा था 26 जनवरी का गणतंत्र दिवस समारोह देखने के लिए. जो खुद को राष्ट्रभक्त मानता है, पिछले कई महीनों से हाथों में तिरंगा लेकर भारत की शहरों में स्कूटर पर घूमा करता था. और लोगों को देशभक्ति की गाना सुनाता रहता था. भारत के 75 वे स्वतंत्रता दिवस एवं अमृत महोत्सव के उत्सव को भारत के लाखों नागरिक के दिलों में पहुंचाने के लिए अपने गाने के सफर की शुरुआत की. जो दिल्ली की सड़कों पर गाने की वजह से काफी वायरल हो गया था. और लोग उसे जगह-जगह सुनने के लिए बुलाने भी लगे थे.

NDTV के पत्रकार विक्रम सिंह ने रोमी की एक वीडियो ट्वीटर तो पोस्ट किया था जिन्हे हेलमेट मैन ऑफ इंडिया ने देखा और कमेंट किया यह देश भक्त बिना हेलमेट की सड़कों पर घूम रहा है मैं इन्हें हेलमेट देना चाहता हूं ताकि यह सुरक्षित रहें. विक्रम सिंह ने उन्होंने उस व्यक्ति की हेलमेट मैन को नंबर शेयर की.

हेलमेट मैन राघवेन्द्र कुमार ने रोमी का स्वागत किया हेलमेट पहनाकर और कहा आप जैसे देशभक्त हमारे भारत के लिए महत्व रखते हैं इसलिए आपकी सुरक्षा पहले जरूरी है इसलिए हमने आप को आमंत्रित किया और आप बिना हेलमेट के ही इंदौर से दिल्ली पहुंच गए यह मेरे लिए बहुत आश्चर्य की बात है, आगे का सफर बिना हेलमेट कभी ना करें यही मेरी आपसे विनती है. ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर भी घूम कर रोमी गाने गाते हुए दिल्ली लौट गए और दिल्ली से अपने घर इंदौर की तरफ चल पड़े. राजस्थान कोटा पार करने के बाद उनके स्कूटर में एक कार ने जोरदार टक्कर मारी और रोमी उछल कर कहीं दूर जा गिरे और स्कूटर भी दो भागों में बट गया. कुछ ही देर में सड़कों पर भीड़ लग गई एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल गए और डॉक्टरों ने कुछ ही घंटों में उन्हें छुट्टी भी दे दिया.

डॉक्टर ने कहा आपके हेलमेट लगाने की वजह से आपको कहीं नुकसान नहीं हुआ. रोमी ने देखा जो हेलमेट पहना था वह काफी टूट चुका था इसलिए खुद का सर सुरक्षित पाया. रोमी घर पहुंचने के बाद अपने परिवार से मिले और अपनी पत्नी से कहा देखो मैं साईं भक्त हूं और कैसे साईं बाबा ने मेरी मदद की हेलमेट मैन के माध्यम से मिलाकर. जितना भगवान पर भरोसा था अब उतना हेलमेट पर भी हो गया. अब मेरा जीवन देश भक्ति गानों के साथ सड़क सुरक्षा पर भी हेलमेट मैन ऑफ इंडिया के संदेश से लोगों की मदद करूंगा. क्योंकि उन्होंने अपने दोस्त के मरने के बाद हेलमेट बांटने की मुहिम शुरुआत की और अब तक 56000 हेलमेट निशुल्क लोगों को बांट चुके हैं. मेरी तरह 29 लोगो की उन्होंने जान बचाई और मैं 30 वा व्यक्ति हूं जो उनके हेलमेट लगाने से बच गया.

हेलमेट मैन के हेलमेट देने से जो जीवित बच गया समझो वह हेलमेट मैन का दोस्त बन गया. इसीलिए हेलमेट मैन अपनी कार के पीछे एक लाइन लिखी है,
यमराज ने भेजा है बचाने के लिए, ऊपर जगह नहीं है जाने के लिए. हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग करें