आन्दोलन की नयी रणनीति तय करने के लिये जल्द होगी बैठक
लखनऊ
श्रीकृष्ण जन्मभूमि में संकल्प यात्रा के लिये आज सुबह रवाना श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्तिदल के जत्थे को लखनऊ-एक्सप्रेस वे के टैक्स टोल पर रोक लिया गया।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि को शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने के लिये संकल्प लेने को आहवान करने वाले राष्ट्रीय प्रमुख राजेश मणि त्रिपाठी के साथ-साथ प्रदेशभर में प्रदेश सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन की ओर से कार्यकताओं की गयी गिरफ्तारियों के बावजूद तय कार्यक्रम के अनुसार आज सुबह घंटाघर पार्क, अमीनाबाद में सह राष्ट्रीय प्रमुख गौरव वर्मा, राष्ट्रीय सचिव मोहित मिश्रा सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद हुये जहां जुलूस के रूप में पाण्डेय गंज स्थित रामेश्वरम हनुमान मन्दिर पैदल चलते हुये पहुंचे और वहां गौरव वर्मा के नेतृत्व में काफी संख्या एक जत्था श्रकृष्ण जन्मभूमि मथुरा के लिये रवाना हो गया, लेकिन जैसे ही यह जत्था लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे स्थित टैक्स टोल पर पहुंचा तो प्रशासन के निर्देश पर टोल पर मौजूद कर्मियों ने आगे बढऩे नहीं दिया।
इस मौके पर काफी जत्थे में शामिल नारेबाजी की और प्रशासन पर तानाशाही करने का आरोप लगाया गया। इस मौके पर गौरव वर्मा ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्तिदल के कार्यक्रम को सरकार ने भले रोक दिया हो लेकिन उनके इरादे को खत्म नहीं कर सकती और आने वाले दिनों नयी रणनीति के साथ आन्दोलन की शुरूआत की जायेगी। श्री वर्मा ने एक बार फिर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि प्रदेश सरकार के इशारे पर प्रशासन ने बीते दिनों मुक्तिदल के राष्ट्रीय प्रमुख राजेशमणि त्रिपाठी को गिरफ्तार मुक्तिदल के अन्य लोगों का मनोबल तोडऩे की कोशिश की, लेकिन उनकी यह कोशिश नाकामयाब साबित हो रही है। श्री वर्मा ने साफ कहा कि सरकार ने मुक्ति दल के लोगों को गिरफ्तार कर कार्यक्रम में बाधा पहुंचाने की कोशिश जरूर की है, लेकिन उनके मनोबल को तोडऩे में विफल रही है। मुक्तिदल जल्द ही नयी रणनीति तय करने के लिये बैठक बुलाने जा रही है, जिसमें शुरू किये गये आन्दोलन की भावी रणनीति तय की जायेगी।
मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…
बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…
मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…
-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…
(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…
(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…