लन्दन:
बेन स्टोक्स की शानदार 155 रन की पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड को 43 रन से हराकर एशेज सीरीज पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। मैच के आखिरी दिन जॉनी बेयरस्टो के विवादित रन आउट पर बवाल मच गया था, जिसके बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने ऑस्ट्रेलिया पर जबरदस्त पलटवार किया था. हेडिंग्ले में फिर चार साल पुराने चमत्कार की उम्मीदें जगी थीं, लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया उन्हें रोकने में कामयाब रहा.
चार साल पहले हेडिंग्ले में आखिरी दिन बेन स्टोक्स ने जैक लीच के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया से मैच छीन लिया था. स्टोक्स और लीच ने आखिरी विकेट के लिए 70 रन से ज्यादा की साझेदारी की. स्टोक्स ने सनसनीखेज शतक के दम पर इंग्लैंड को हैरतअंगेज जीत दिलाई थी.
स्टोक्स का यही कमाल लॉर्ड्स में भी दिखने लगा. मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को 257 रनों की जरूरत थी और 6 विकेट बाकी थे. आखिरी दिन के खेल की शुरुआत बेन डकेट ने स्टोक्स के साथ की. पहले डेढ़ घंटे में स्टोक्स ने संभलकर बल्लेबाजी की लेकिन डकेट लगातार रन बटोर रहे थे. हालांकि, पहली पारी की तरह एक बार फिर वह शतक से चूक गए.
डकेट के विकेट के बाद ही ड्रामा शुरू हो गया, जिसने मैच का रुख लगभग पलट दिया. जॉनी बेयरस्टो जब गेंद छोड़कर क्रीज से बाहर निकले तो उन्हें एलेक्स कैरी ने रन आउट कर दिया। उन्होंने गेंद को ‘डेड’ मान लिया था लेकिन ऐसा नहीं हुआ और कैरी ने उन्हें रन आउट कर दिया।
इससे पूरे लॉर्ड्स का माहौल बदल गया. लॉर्ड्स में सामान्य शिष्टाचार के साथ मैच देखने वाले प्रशंसक और एमसीसी के सदस्य भी गुस्से और उत्साह से भर गए और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नारे लगने लगे। दूसरी ओर, इससे इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स का मूड भी बदल गया. उस वक्त सिर्फ 126 गेंदों में 62 रन बनाकर खेल रहे स्टोक्स ने 16 गेंदों में चौकों-छक्कों की बरसात करते हुए 38 रन बनाए. स्टोक्स ने कैमरून ग्रीन के ओवर में लगातार 3 छक्कों के साथ शानदार शतक पूरा किया।
लंच के बाद भी स्टोक्स ने अपना आक्रमण जारी रखा लेकिन इसमें उन्हें स्टीव स्मिथ का भी योगदान मिला. स्टोक्स जब 114 रन पर थे तब स्मिथ ने उनका आसान कैच छोड़ा. स्टोक्स ने तेजी से 150 रन पूरे किये. स्टुअर्ट के साथ 100 रन की साझेदारी भी की और लक्ष्य को 100 रन से नीचे ला दिया.
ऑस्ट्रेलिया के पसीने छूट रहे थे और उन्हें जीत के लिए स्टोक्स को आउट करना जरूरी था और काफी कोशिश के बाद आखिरकार जोश हेजलवुड ने टीम को वह सफलता दिलाई. हेजलवुड की शॉर्ट गेंद को स्टोक्स ने पुल किया लेकिन इस बार गेंद छक्के के लिए नहीं गई और एलेक्स कैरी ने कैच लेकर स्टोक्स की यादगार पारी का अंत कर दिया.
इसके बाद आखिरी 3 विकेट गिरने में ज्यादा समय नहीं लगा और इंग्लैंड 327 रन पर ऑलआउट हो गया। ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टार्क, हेजलवुड और कमिंस ने 3-3 विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया की यह जीत बेहद खास है क्योंकि 15 साल बाद पहली बार इंग्लैंड अपने घर में लगातार दो टेस्ट मैच हारा है. इससे पहले 2008 में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को लगातार दो टेस्ट में हराया था.
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