सुनिश्चित आय प्रदान करने वाली प्रतिभूतियों में बदलाव के लिहाज़ से अग्रणी मंच, स्टेबल मनी ने अपनी नवीनतम पहल, “नए इंडिया की नई एफडी” अभियान की शुरुआत की, जो लखनऊ शहर से शुरू हो रहा है। यह पहल सुनिश्चित आय वाली प्रतिभूतियों से जुड़े दृष्टिकोण को पुनर्परिभाषित करने के लिए तैयार की गई एक संवादपरक कार्यशाला के रूप में सामने आई। उपस्थित लोगों ने स्मार्ट निवेश रणनीतियों के बारे में समझ हासिल की। इसका उद्देश्य था, उन्हें सोच-समझकर निवेश के फैसलों के लिए आवश्यक जानकारी के साथ सशक्त बनाना। सीबीआरई की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच साल में 400 करोड़ रुपये के पर्याप्त निवेश के साथ, लखनऊ ने उत्तरी भारत में एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स (आईएंडएल) केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, जो दिल्ली-एनसीआर के स्तर के करीब है। स्टेबल मनी के हालिया सर्वेक्षण, जिसमें लखनऊ के 10,000 ग्राहकों को शामिल किया गया था, में दिलचस्प जानकारियां सामने आई हैं, जो सामूहिक रूप से लखनऊ के विकसित होते निवेश परिदृश्य की तस्वीर पेश करती हैं। शहर में उल्लेखनीय 40 प्रतिशत निवेशक अन्य उपयोगकर्ताओं की सिफारिश पर जुड़े (रेफरल) हैं, जो इस प्रक्रिया में एक मज़बूत नेटवर्क प्रभाव को उजागर करते हैं। इस विविधीकृत निवेशक आधार में, 14 प्रतिशत महिलाएं हैं, और 8 प्रतिशत वरिष्ठ नागरिक हैं, जो भागीदारी के लिहाज़ से मज़बूत स्थिति को ज़ाहिर करता है। ग्राहक सर्वेक्षण का गहराई से विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि, महिला निवेशकों ने उल्लेखनीय वित्तीय प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है, उनकी सावधि जमा राशि पुरुषों की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है। ये रुझान, न केवल एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में लखनऊ की उन्नति को रेखांकित करते हैं, बल्कि शहर को निवेश के लिए एक गतिशील और समावेशी केंद्र के रूप में भी पेश करते हैं, जहां विभिन्न आयु वर्ग के लोग और स्त्री-पुरुष सभी सक्रिय रूप से इसके वित्तीय ताने-बाने में योगदान कर रहे हैं। स्टेबल मनी के सह-संस्थापक सौरभ जैन ने कहा, “लखनऊ का एक ऐसे शहर के रूप में हमारे दिल में विशेष स्थान है, जहां बहुत से लोगों ने हमें अपनी सावधि जमा राशि सौंपी है। हम सबसे पहले यहां ‘नए इंडिया की नई एफडी’ लॉन्च करते हुए रोमांचित हैं और, मैं सम्मानित वित्तीय विशेषज्ञों के साथ निवेशकों से मिलने, बातचीत करने और जुड़ने के लिए उत्साहित हूं। यह कार्यशाला देश के कोने-कोने में वित्तीय शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”