नई दिल्ली: कांग्रेस ने मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर तीखा हमला बोला। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्षसोनिया गाँधी ने जहाँ सरकार से सवाल किया कि लॉक डॉउन लागू करने के पीछे सरकार का मापदंड क्या है और यह लॉकडॉउन कितने लंबे समय तक जारी रहेगा।

सोनिया ने पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कहा, ‘17 मई के बाद क्या? 17 मई के बाद कैसे होगा? भारत सरकार यह तय करने के लिए कौन सा मापदंड अपना रही है कि लॉकडाउन कितना लंबा चलेगा.’ बैठक में हिस्सा ले रहे पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने सोनिया गाँधी का समर्थन करते हुए कहा कि हमें यह जानने की जरूरत है कि लॉकडाउन तीन के बाद क्या होगा, क्या सरकार लॉक डॉउन चार और फिर लॉक डॉउन पांच लागू करेगी क्या। सरकार को चाहिये कि वह अपनी रणनीति और उसके आधार को सार्वजनिक करे।

बैठक में राज्यों के आर्थिक संकट को लेकर विस्तार से चर्चा हुयी ,सभी मुख्य मंत्रियों ने आरोप लगाया कि कोरोना की जंग राज्य सरकारें लड़ रही हैं और केंद्र सरकार अपनी तिज़ोरी भरने में लगा है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टिप्पड़ी की कि जब तक व्यापक प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिया जाता तब तक राज्य और देश कैसे चलेगा? हमें 10 हजार करोड़ रुपये के राजस्व का अब तक नुकसान हो चुका है.

राज्यों ने प्रधानमंत्री मोदी से पैकेज के लिए लगातार आग्रह किया है, लेकिन जबाब मिलने की जगह सन्नाटा है ,गहलोत की टिप्पड़ी पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ,सोनिया गाँधी ,पी चिदंबरम ,राहुल व अन्य नेताओं ने सुझाव दिया कि राज्यों को पैकेज देने के लिये केंद्र पर दवाव बनाया जाये ,सभी नेता इस राय से सहमत थे कि राज्य सरकारों की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भेज कर पैकेज देने की माँग की जाये जिसके लिये कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री पहल करें।