टीम इंस्टटेंटखबर
पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी और सरकार के अंदर समर्थन मिलना शुरू हो गया है. सिद्धू ने अपने अमृतसर आवास पर टी पार्टी का आयोजन किया था जिसमें करीब 62 कांग्रेस विधायक उनके आवास पर पहुंचे जिसके वह सभी सिद्धू के साथ स्वर्ण मंदिर पहुंचे. एक तरह से इस पूरे मामले को राजनितिक हलकों में शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है.

वहीँ सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह माफ़ी की मांग पर अब भी अड़े हुए हैं. इस सवाल पर सिद्धू के करीबी और कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू को सीएम से माफी क्यों मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि माफी मांगना कोई सार्वजनिक मुद्दा नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कई ऐसे मुद्दे हैं जिनका समाधान सीएम ने नहीं किया है.ऐसे में उल्टा उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए.

बता दें कि बीते 4 दिनों में सिद्धू के उत्साह और कैप्टन की चुप्पी ने स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब में कांग्रेस दोफाड़ हो चुकी है। ऐसे में सिद्धू पूरी पार्टी को अपनी ओर करने में एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि कैप्टन माफी वाली शर्त पूरी होने तक किसी भी कीमत पर आलाकमान के निर्णय को मानने को तैयार नहीं दिख रहे। लेकिन कैप्टन के प्रति नवजोत सिद्धू के रवैये में भी कोई बदलाव नहीं आया है। सिद्धू अभी तक न तो कैप्टन से मिले और न ही किसी अवसर पर उन्होंने कैप्टन की चर्चा की है। अब कैप्टन की चुप्पी को लेकर राजनीतिक हलकों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं, क्योंकि पंजाब में कांग्रेस सरकार की बागडोर और विधायक दल की कमान उनके ही हाथ में है।