भोपाल: ईरान से आकर भोपाल में पिछले साठ सालों से बसे ईरानियों की रोजी-रोटी छीनने के बाद अब उनका आशियाना भी उजाड़ने क तैयारी हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद भोपाल नगर निगम ईरानियों के घरों को भी तोड़ने वाला है। इसके बाद यहां रहने वाले 1000 परिवार बेघर हो जायेंगे।

दुकानों पर चलाया बुलडोज़र
पिछले साठ साल पहले भोपाल में बसे ईरानी लोगों की भोपाल प्रशानसन ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर उनकी दुकानों पर बुलडोजर चला दिया। दुकानों के ही पीछे ईरानियों के घर भी बने हुए है। भारी विरोध को देखते हुए निगम ने उनके घरों को फिलहाल न तोड़कर कुछ समय दे दिया था। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ईरानी डेरे पर हो रही कार्यवाही को सही ठहराते हुए प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे इस पर सख्ती से अमल करे। इसके बाद जल्द ही नगर निगम ईरानी डेरे पर बने हुए घरों पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रहा है।

अवैध कब्ज़े का आरोप
ईरानी डेरा भोपाल रेलवे स्टेशन के पास करीब 12000 वर्गफीट में है। इसमें करीब 1000 लोग रहते है, साथ ही कई दुकानें भी चलाते है। नगर निगम के अनुसार ईरानी डेरा पूरी तरह अवैध कब्जा कर बनाया गया है। वर्ष 2017 में यहां की हुसैनी कल्याण समिति न्यायालय में केस भी हार गई है। उसके बाद ही यह कार्यवाही की जा रही है।

ईरान से आये थे पूर्वज
ईरानी डेरे में रहने वाले आपस में आज भी फारसी में बात करते है। यहां के लोग बताते है कि उनके पूर्वज ईरान से यहां आए थे। वे मूलत: शिया मुस्लिम हैं। तब यहां जंगल था। उन्हें यहां पर एक राठौर फैमिली ने बसाया था, उन्होंने यह जगह उन्हें दी थी। यह सरकारी जगह नहीं थी। वह खानाबदोश थे। फिर यहां पर सड़क बनी और यहां पर दुकानें बन गई। वह 60 साल से अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। उनका आधार कार्ड वोटर कार्ड सब कुछ है। वोट डालने का अधिकार है।