इमरान खान ने कहा, चोरों के साथ नहीं बैठूंगा

टीम इंस्टेंटखबर
इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के बाद प्रधानमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ एक कट्टर यथार्थवादी हैं और इतने सालों में उन्होंने एक स्पष्ट व्यक्ति होने की प्रतिष्ठा हासिल की है. तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के 70 वर्षीय छोटे भाई शहबाज़ मुल्क के सबसे ज्यादा आबादी वाले और राजनीतिक रूप से अहम पंजाब प्रांत के तीन बार मुख्यमंत्री रहे हैं.

यह पहली बार है जब उनकी पार्टी पीएमएल-एन – खासकर इसके सुप्रीमो नवाज़ शरीफ – ने प्रधानमंत्री पद के लिए उनके नाम पर सहमति व्यक्त की है. पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरादरी ने संयुक्त विपक्ष की बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए शहबाज़ के नाम का प्रस्ताव रखा था. बता दें, शनिवार देर रात संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में एक अविश्वास प्रस्ताव के जरिये इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया.

तहरीक-ए इंसाफ के प्रधानमंत्री कैंडीडेट शाह महमूह कुरैशी ने प्रधानमंत्री के चयन के लिए वोटिंग का बहिष्कार किया था. पाकिस्तान में नए प्रधानमंत्री के चुनाव से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी ने संसद से इस्तीफा देने का फैसला किया. ARY न्यूज के अनुसार इससे पहले इमरान खान ने कहा था कि वह “चोरों” के साथ सदन में नहीं बैठेंगे.

पाकिस्तान में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष शहबाज शरीफ विपक्ष के संयुक्त मोर्चे के सबसे बड़े उम्मीदवार हैं. पाकिस्तान में नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए होने वाले संसद के नए सत्र से पहले पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की संसदीय पार्टी मीटिंग की थी. रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, यह बैठक संसद में की गई है. यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में की गई.