नई दिल्लीः देश भर में कोरोना वायरस वैक्सीन का संकट गहराता जा रहा है। तमाम राज्यों के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर आलम ये है कि लोग कई-कई दिनों से वैक्सीन के लिए चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें वैक्सीन नहीं मिल पा रही है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली हो या प्रधानमंत्री मोदी का गृह राज्य गुजरात, हर जगह वैक्सीन की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। दिल्ली में वैक्सीन की कमी पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में पिछले कई दिनों से वैक्सीन नहीं है। कई सेंटर बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा, वैक्सीन की सप्लाई दिल्ली में लगभग खत्म है, कल के बाद अधिकतर सेंटर में वैक्सीन नहीं होगी। उम्मीद करते हैं कि तब तक जुलाई का कोटा आ जाए नहीं तो हमें वैक्सीनेशन रोकना पड़ेगा।

वहीं गुजरात के वडोदरा में वैक्सीनेशन सेंटर पर कोविशील्ड वैक्सीन खत्म हो गई। यहां एक महिला पिछले एक हफ्ते से वैक्सीन के लिए चक्कर काट रही है लेकिन उसे अब तक टीका नहीं लग पाया है। इस महिला ने बताया कि यहां कोविशील्ड वैक्सीन की डोज़ नहीं लग रही है। सेंटर ने बताया कि कोविशील्ड ख़त्म हो गई है। मैं एक हफ्ते से कोविशील्ड वैक्सीन के लिए घूम रही हूं लेकिन कहीं पर नहीं मिल रही है।

वहीं झारखंड में भी वैक्सीनेशन की रफ्तार पर ब्रेक लगता दिखता रहा है। झारखंड के अधिकतकर हिस्सों में वैक्सीन की भारी किल्लत है। राज्य में हुई वैक्सीन की कमी पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि वैक्सीन की कमी है इसलिए हमने भारत सरकार को राज्य में वैक्सीन देने के लिए अनुरोध किया है। ताकि हम लोगों को तीसरी लहर से बचा सकें।

वहीं विशेषज्ञों के मुताबिक अगले तीन महीनों में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इसे देखते हुए सरकार को वैक्सीनेशन अभियान तेज करना चाहिए, लेकिन वैक्सीन की कई जगह भारी किल्लत देखने को मिल रही है।