लखनऊ: उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार और अवधनामा मीडिया समूह के समूह संपादक वकार रिज़वी ने सोमवार को यहां एरा अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह कोरोना से संक्रमित थे. 54 वर्ष के वक़ार रिज़वी साहब पत्नी और दो बच्चों रोता बिलखता छोड़ गए.

परिवार के सदस्यों ने कहा कि श्री रिजवी पिछले एक महीने से एरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती थे। मरहूम बहुत नेकदिल, समाजपरस्त इंसान थे| हमेशा दुःख तकलीफ में फंसे लोगों की मदद करना अपना फ़र्ज़ समझते थे, बीमारी के समय में मदद का यह सिलसिला लगातार जारी था.

वक़ार रिज़वी साहब एक साहित्य प्रेमी भी थे, उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए लगातार सेमिनारों का आयोजन किया करते और उनमें साहित्य की विभूतियों का सम्मान किया करते थे. सामाजिक और धार्मिक कुरीतियों के खिलाफ उनकी लेखनी खूब चलती थी|

उनकी मौत से न सिर्फ पत्रकारिता जगत को एक बड़ा नुक्सान हुआ बल्कि समाज ने भी एक ऐसे हमदर्द इंसान को खो दिया जिसकी भरपाई बहुत मुश्किल है.

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व राज्यपाल राम नाईक, यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित और अन्य तमाम राजनितिक साहित्यिक हस्तियों ने वकार रिज़वी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। कई वरिष्ठ पत्रकारों ने भी वकार रिज़वी के निधन पर दुख व्यक्त किया है।