नई दिल्ली: आईपीएल के 13वें सीजन में ग्लेन मैक्सवेल ने 13 मैचों में शिरकत की और एक भी छक्का नहीं लगा सके और पूरे सीजन में सिर्फ 108 रन ही बना सके, वहीं आईपीएल के बाद खेली गई इस सीरीज में मैक्सवेल ने महज 6 मैचों में 245 रन बनाये और इस दौरान 16 छक्के लगाने का काम किया। भारत के खिलाफ इस शानदार बल्लेबाजी के बाद लगातार यह सवाल उठ रहा है कि इस खिलाड़ी को आईपीएल के दौरान क्या हो गया था जो इनके बल्ले से एक भी छक्का नहीं निकला और अपने देश के लिये ताबड़तोड़ पारियां खेल रहे हैं। इसी को लेकर भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने भी चौंकाने वाला दावा किया है।

वीरेंदर सहवाग ने इस हरफनमौला खिलाड़ी के प्रदर्शन पर बात करते हुए खुलासा कि वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन क्यों कर पाते हैं जबकि आईपीएल में अपनी फ्रैंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ उनका बल्ला खामोश रहता है। सहवाग का मानना है कि मैक्सवेल को ऑस्ट्रेलियाई टीम में अपनी जगह का पता है और वो जानते हैं कि वो इसका नाजायज फायदा नहीं उठा सकते जबकि किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में यह बात कितने हद तक कही जा सकती है, पता नहीं।

सोनी स्पोर्टस नेटवर्क से बात करते हुए उन्होंने कहा,’ जब वह ऑस्ट्रेलिया के लिये खेलते हैं तो उनका एक अलग अंदाज देखने को मिलता है। उन्हें पता है कि अगर वो ऑस्ट्रेलिया के लिये 2-3 खराब पारियां खेलेंगे तो उन्हें मैच से बाहर कर दिया जायेगा और फिर वापसी कर पाना काफी मुश्किल होगा।’

इस दौरान सहवाग ने यह भी दावा किया कि ग्लेन मैक्सवेल आईपीएल में खेलने को लेकर बहुत गंभीर नहीं है और वो सिर्फ मजे के लिये खेलते हैं।

उन्होंने कहा,’आईपीएल के दौरान मैक्सवेल जरा सा भी दबाव खुद पर नहीं लेते हैं। वह इस लीग में सिर्फ मजे के लिये खेलते हैं। वह मैच के दौरान रन बनाने के अलावा सब कुछ करते नजर आयेंगे, वह खिलाड़ियों को उत्साहित करेंगे, इधर-उधर घूमते नजर आयेंगे, डांस भी करेंगे लेकिन रन नहीं बनायेंगे। जैसे ही मैच खत्म होगा और उन्हें फ्री ड्रिंक्स मिल रही है तो वो खूब सारी फ्री ड्रिंक्स लेकर अपने कमरे में जायेंगे और उनका आनंद लेंगे।’

गौरतलब है कि वीरेंदर सहवाग आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिये मेंटॉर की भूमिका निभा चुके हैं। इस दौरान उन्होंने मैक्सवेल के साथ अपने अनुभव को भी साझा किया है।